संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पिछले दशक में शिशुओं के जन्म के पंजीकरण में शानदार प्रगति हुई है. इसमें भारत, बांग्लादेश और नेपाल जैसे दक्षिण एशियाई देशों ने काफी प्रगति की है.
संयुक्त राष्ट्र के बालकोष ने बुधवार को ‘सभी बच्चों का 2030 तक जन्म पंजीकरण : क्या हम सही दिशा में हैं?’ नामक एक नई रिपोर्ट जारी की है.
इस रिपोर्ट में कहा गया की वर्ष 2000 तक पांच साल की उम्र के 10 में से छह शिशुओं का पंजीकरण हुआ था जो करीब 60 प्रतिशत था.
अब बढ़कर यह आंकड़ा बढ़कर प्रति चार में से तीन शिशुओं यानी 75 प्रतिशत पर पहुंच गया है. यह प्रगति मुख्य तौर पर पिछले 10 साल में हासिल की गयी है.
इस रिपोर्ट में 174 देशों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है.
पढ़ें- नागरिकता संशोधन बिल पर UN का कोई भी टिप्पणी करने से इनकार
रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले 10 साल के दौरान पांच साल की उम्र तक के शिशुओं का पंजीकरण 63 प्रतिशत से बढ़कर 75 प्रतिशत पर पहुंच गया है.
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इस दिशा में वैश्विक प्रगति की अगुवाई दक्षिण एशिया ने की है इसमें विशेषकर भारत, बांग्लादेश और नेपाल जैसे देश शामिल हैं.
भारत में 2005-2006 के दौरान पांच साल तक की उम्र वाले शिशुओं का पंजीकरण 41 प्रतिशत पर था, जो अब बढ़कर एक दशक बाद 80 प्रतिशत पर पहुंच गया है.