मुंबई : शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार की आज अग्नि परीक्षा है. आज महाराष्ट्र की विधानसभा में दोपहर दो बजे फ्लोर टेस्ट होना है. हालांकि, शिवसेना दावा कर रही है कि उसके पास 162 विधायकों का समर्थन है और वह सदन में आसानी से बहुमत साबित कर देगी.
उम्मीद यह जताई जा रही है कि सरकार सुगमता से विश्वास मत हासिल कर लेगी.
विधानसभा का दो दिवसीय सत्र शनिवार को शुरू होगा. पहले दिन सदन में नए मंत्रियों के परिचय के बाद विश्वास मत हासिल किया जाएगा.
रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, जिसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा.
नए विधानसभा अध्यक्ष इसके बाद विधानसभा में नेता विपक्ष के नाम की घोषणा करेंगे.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिये तीन दिसंबर तक का वक्त दिया है.
प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सत्ताधारी गठबंधन ने 162 विधायकों के समर्थन का दावा किया था.
मुख्यमंत्री पद ढाई-ढाई साल रखने के मुद्दे पर शिवसेना ने अपने गठबंधन सहयोगी भाजपा से रिश्ते तोड़ लिए थे. इसके बाद उद्धव ने राकांपा और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाई.
प्रदेश में 21 अक्टूबर को हुए चुनावों में भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी थी. शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने क्रमश: 56,54 और 44 सीटें जीती थीं.
राकांपा के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटिल को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा का अस्थायी (प्रोटेम) अध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्होंने भाजपा के कालिदास कोलंबकर की जगह ली, जिन्हें विधायकों को शपथ दिलाने के दौरान पूर्व में अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था.
पाटिल पूर्व में भी विधानसभा के अध्यक्ष रहे हैं.
भगवा मेरा पसंदीदा रंग, किसी लॉन्ड्री में धुलाई से यह नहीं जाएगा : उद्धव
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी.
ठाकरे के अलावा छह अन्य मंत्रियों- शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस से दो-दो - ने भी शपथ ली थी.