नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों पहले सऊदी अरब के दौरे पर थे. इस दौरे में कई क्षेत्रों को लेकर चर्चा हुई, जिनमें मुख्य रूप से ऊर्जा का क्षेत्र शामिल है.
इस बीच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के ऊर्जा और उद्योग मंत्री सुहैल बिन मोहम्मद फराज अल मजरोई ने कहा कि उनका देश सौर ऊर्जा क्षेत्र पर भारत के साथ काम करने के लिए उत्सुक है.
मजरोई ने कहा, 'हमें विश्वास है कि भारत के साथ इस क्षेत्र में, हम बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. हम इस संबंध में भारत के साथ किसी भी साझेदारी का स्वागत करते हैं.' उन्होंने यह भी कहा कि यूएई ने सौर ऊर्जा के लिए सबसे कम लागत प्रदर्शित की है.
मजरोई अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) की दूसरी सभा में हिस्सा लेने के लिए राजधानी में थे.
83 देशों के साथ, आईएसए का उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को सामूहिक रूप से बढ़ावा देना और सदस्य देशों की आम चुनौतियों का समाधान करना है. आईएसए का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ना भी है.
यूएई, सऊदी अरब का पड़ोसी देश होने के नाते, भारत के साथ अपने व्यापार को और बढ़ाना चाहता है. वहीं भारत भी यूएई से निवेश की आशा लगाये बैठा है.
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आपको बता दें कि अरब देशों ने हाल ही में अगले तीन वर्षों में भारत के खाद्य क्षेत्र में 7 बिलियन अमरीकी डॉलर तक निवेश करने पर सहमति व्यक्त की है.