श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दावा किया है कि शोपियां के अमशीपोरा में कथित मुठभेड़ की जांच चल रही है और इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
डीजीपी सिंह ने श्रीनगर शहर में पुलिस द्वारा आयोजित एक क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन समारोह में बोलते हुए कहा शोपियां में हुई मुठभेड़ की जांच की जा रही है. भारतीय सेना ने कोर्ट ऑफ इनक्वारी स्थापित करने का फैसला किया है, जिसके बाद अब जांच में तेजी आएगी.
उन्होंने कहा दो लोगों को आज गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि राजौरी के तीन लोग, जो मुठभेड़ के दौरान मारे गए थे, उनकी डीएनए रिपोर्ट आ चुकी की है.
उन्होंने बताया कि दो लोगों की रिपोर्ट पहले ही आ चुकी थी और तीसरे की रिपोर्ट का इंतजार था, जो आज आ गई है. इसके बाद जांच में तेजी आएगी.
उल्लेखनीय है कि आज सवेरे हुई गिरफ्तारी के बाद इन दोनों आरोपियों को शोपियां की जिला अदालत ने पुलिस रिमांड में भेज दिया है.
हिरासत में लिए गए दोनों आरोपी सेना को अमशीपोरा में आतंकियों की संख्या को कम बताया था. इसके बाद सेना ने दावा किया था कि इस साल 18 जुलाई को अमशीपोरा में एक झड़प के दौरान तीन आतंकवादियों को मार गिराया था.
हालांकि, बाद में तीन राजौरी युवकों के परिवारों ने दावा किया कि झड़प में मारे गए तीनों युवक उनके लापता बच्चे थे और उनका उग्रवादियों से कोई लेना-देना नहीं था.
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डीजीपी ने आतंकवादियों से चीनी निर्मित हथियारों की खोज पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि घाटी में आतंकवादी अभियानों की शुरुआत के बाद से ये चीजें आम हैं. चाहे वह एके -47 हो या कार्बी आतंकियों के पास से यह सब बरामद होते रहते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि हाल के दिनों में इतना कुछ सामने आया है कि ड्रोनों का उपयोग कर पाकिस्तान से हथियार और ड्रग्स आयात किए जा रहे हैं. हमने इस पर कड़ा नोटिस लिया है और जवाबी कार्रवाई की है.
सर्दियों के मौसम से पहले सीमा पार की बढ़ती घटनाओं का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह, बर्फीले मौसम से पहले पाकिस्तान द्वारा घुसपैठ में वृद्धि हुई है.