ETV Bharat / bharat

मध्य प्रदेश : मण्डला में महिलाओं ने साड़ी पहन कर खेली क्रिकेट - क्रिकेट

मध्य प्रदेश के मण्डला में एक महिला क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. इस प्रतियोगिता के दौरान गांव के महिलाओं ने साड़ी पहन कर क्रिकेट खेली. निर्भया कांड के बाद शुरू की गई इस प्रतियोगिता का आयोजन 2012 से लगातार किया जा रहा है.

ETV BHARAT
साड़ी पहन कर क्रिकेट खेलती महिलाएं
author img

By

Published : Dec 14, 2019, 10:30 PM IST

भोपाल : मण्डला के महात्मा गांधी मैदान में ग्रामीण महिलाओं की क्रिकेट स्पर्धा का आयोजन हुआ. इस दौरान महिलाएं साड़ी पहन कर क्रिकेट खेलती नजर आईं.

सर्वांगीण महिला विकास समिति मण्डला के बैनर तले आयोजित प्रतियोगिता में ग्रामीण महिलाओं की टीम के बीच अच्छा मुकाबाला देखने को मिला.

मण्डला में आयोजित महिला क्रिकेट प्रतियोगिता.

इस दौरान घरेलू महिलाओं ने बल्ले और गेंद से जौहर दिखाया. जिसे देखकर लोग दंग रह गए.

सन् 2012 से मण्डला में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट की काफी धूम होती है. खिलाड़ियों के ड्रेसअप से इतर ये ग्रामीण महिलाएं परम्परागत साड़ी पहन कर ही क्रिकेट खेलती हैं.

आयोजन समिति की प्रमुख शशि पटेल ने बताया कि महिलाओं के लिए वह बीते कई सालों से काम करती आ रही हैं.

पढ़ें- राहुल पर शिवसेना का निशाना, बोली- ना करें सावरकर का अपमान

इस प्रतियोगिता का आयोजन महिलाओं में सम्बल बढ़ाने के साथ ही उनमें आत्मविश्वास भरने के लिए किया जाता है.

वहीं क्रिकेट खेलने आई महिलाओं ने बताया कि घर के काम के अतिरिक्त इस खेल में भी वे पूरा समय देती हैं .उन्होंने कहा, 'महिलाओं के क्रिकेट खेलने से हमें ऐसा लगता है कि जो काम पुरुष कर सकते हैं, वह काम हम भी कर सकते हैं.'

इन ग्रामीण महिलाओं को परिवार का समर्थन भी पूरी तरह से मिलता है , ऐसी ही एक खिलाड़ी के पिता ने बताया कि उनकी लड़की को क्रिकेट खेलने के लिए घर का हर सदस्य प्रोत्साहित करता है.

भोपाल : मण्डला के महात्मा गांधी मैदान में ग्रामीण महिलाओं की क्रिकेट स्पर्धा का आयोजन हुआ. इस दौरान महिलाएं साड़ी पहन कर क्रिकेट खेलती नजर आईं.

सर्वांगीण महिला विकास समिति मण्डला के बैनर तले आयोजित प्रतियोगिता में ग्रामीण महिलाओं की टीम के बीच अच्छा मुकाबाला देखने को मिला.

मण्डला में आयोजित महिला क्रिकेट प्रतियोगिता.

इस दौरान घरेलू महिलाओं ने बल्ले और गेंद से जौहर दिखाया. जिसे देखकर लोग दंग रह गए.

सन् 2012 से मण्डला में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट की काफी धूम होती है. खिलाड़ियों के ड्रेसअप से इतर ये ग्रामीण महिलाएं परम्परागत साड़ी पहन कर ही क्रिकेट खेलती हैं.

आयोजन समिति की प्रमुख शशि पटेल ने बताया कि महिलाओं के लिए वह बीते कई सालों से काम करती आ रही हैं.

पढ़ें- राहुल पर शिवसेना का निशाना, बोली- ना करें सावरकर का अपमान

इस प्रतियोगिता का आयोजन महिलाओं में सम्बल बढ़ाने के साथ ही उनमें आत्मविश्वास भरने के लिए किया जाता है.

वहीं क्रिकेट खेलने आई महिलाओं ने बताया कि घर के काम के अतिरिक्त इस खेल में भी वे पूरा समय देती हैं .उन्होंने कहा, 'महिलाओं के क्रिकेट खेलने से हमें ऐसा लगता है कि जो काम पुरुष कर सकते हैं, वह काम हम भी कर सकते हैं.'

इन ग्रामीण महिलाओं को परिवार का समर्थन भी पूरी तरह से मिलता है , ऐसी ही एक खिलाड़ी के पिता ने बताया कि उनकी लड़की को क्रिकेट खेलने के लिए घर का हर सदस्य प्रोत्साहित करता है.

Intro:मण्डला के महात्मा गांधी मैदान में ग्रामीण महिलाओं की क्रिकेट स्पर्धा का आयोजन हुआ जिसमें साड़ी पहन कर दूर दराज से आईं महिलाओं ने बैट वॉल पर जम कर हाथ आजमाइश की


Body:सर्वांगीण महिला विकास समिति मण्डला के द्वारा आयोजित महिला क्रिकेट में गाँव से आई ग्रामीण महिलाओं की टीम के बीच जम कर भिड़न्त देखी गयी जहाँ झाड़ू चौका बर्तन और बेलन सम्हालने वाली महिलाओं ने अपने हाथों में बैट वॉल थाम कर ऐसा जौहर दिखाया कि सब देखते रह गए,सन 2012 से मण्डला में आयोजित होने वाले इस क्रिकेट टूर्नामेंट की काफी धूम होती है क्योंकि खिलाडियों के ड्रेसअप से इतर ये ग्रामीण महिलाएं अपनी पारम्परिक तरीके से पहने जाने वाली साड़ी पहन कर ही क्रिकेट खेलती हैं,इस आयोजन के विषय मे आयोजन कर्ता समिति की प्रमुख शशि पटेल ने बताया की महिलाओं के लिए वे बीते कई सालों से काम करती आ रही हैं और उन्हें सम्बल बनाने के साथ ही उनमें आत्मविश्वास भरने के लिए यह आयोजन किया जाता है वहीं क्रिकेट खेलने आयी महिलाओं ने बताया कि घर के काम के अतिरिक्त इस खेल में भी वे पूरा समय देती हैं और क्रिकेट खेलना ऐसा लगता है कि जो पुरूष कर सकते वह काम हम भी कर सकते हैं


Conclusion:इन ग्रामीण महिलाओं को परिवार का समर्थन भी पूरी तरह से मिलता है ऐसी ही एक खिलाड़ी के पिता ने बताया कि उनकी लड़की को क्रिकेट खेलने के लिए घर का हर सदस्य प्रोत्साहित करता है वहीं यह गर्व की बात है कि आज बेटियाँ या महिलाएं भी पुरुषों से किसी मामले में पीछे नहीं हैं

वाक थ्रू शशि पटेल के साथ
बाईट--क्रिकेटर महिलाएं
बाईट--क्रिकेट खिलाड़ी के परिजन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.