पणजी: कांग्रेस के विधायक अतानासियो मोनसेराते पर नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप लगा था. इसी मामले में अब उन्हे ट्रायल का सामना करना पड़ेगा. गोवा की एक अदालत ने उनका मुकदमा रद्द करने की याचिका खारिज कर दी है. साल 2016 में उनपर ये आरोप लगा था.
पीड़िता लड़की ने अपने बयान में कहा कि उसे मोनसेराते ने 50 लाख रुपये में खरीदा. उसके बाद उसके साथ दुषकर्म किया. लड़की का ये भी कहना है कि इस सब से पहले उसे ड्रग भी दिया गया.
आरोप लगने के बाद मोनसेराते को आठ दिनों तक जेल में रहना पड़ा था. कोर्ट के आदेश के बाद 12 जून को मोनसेराते पर आरोप तय किे जाएंगे. बीते हफ्ते भी मोनसेराते के ऊपर महिलाओं के उत्पीड़न के दो मामले दर्ज हुए थे.
मोनसेराते को 2016 के मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत ट्रायल का सामना करना पड़ेगा. मामले के उजागर होने पर उन्होंने विरोधि पार्टियों पर फंसाने की बात कही थी.
बता दें, बीते साल एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म और मानव तस्करी के मामले में उन्हें चार्जशीट किया गया. हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें फंसाया गया है. उन पर अवैध वसूली का मामला भी दर्ज हो चुका है.
मोनसेराते पार्टियां बदलने के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपना राजनैतिक करियर युनाइटेड गोवा डेमोक्रेटिक पार्टी से शुरू किया और विधायक बने. 2004 में वह भाजपा में चले गए और 2007 में फिर लौटकर युनाइटेड गोवा डेमोक्रेटिक पार्टी में आ गए.
कुछ साल के बाद वह कांग्रेस में आए, लेकिन 2015 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए पार्टी से निकाल दिए गए. इसके बाद उन्होंने गोवा फारवर्ड की सदस्यता ली जिसके कुछ हफ्ते पहले तक वह पदाधिकारी थे.