नई दिल्ली : एक फरवरी को मुंबई में आयोजित एलजीबीटी प्राइड परेड के दौरान देशद्रोह के आरोपी शरजील इमाम के समर्थन में नारेबाजी करने वाले 51 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज किया. एलबीटी समुदाय ने सभी 51 लोगों को रिहा करने और मामला रद करने की मांग की है.
इस पूरे मामले पर दिल्ली में रहने वाली ट्रांसजेंडर महिला और डीयू में लॉ की छात्रा रे आर ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने उस कार्यक्रम के बारे में बताया. उन्होंने बातचीत में कहा, 'उस कार्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई थी और सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारे लगाए गए थे. वहां मौजूद लोगों ने रोहित वेमुला के पक्ष में एकजुटता जाहिर की थी और साथ ही शरजील इमाम के समर्थन में भी नारे लगाए थे, लेकिन उस कार्यक्रम के पूरे वीडियो में से कुछ नारों को लेकर उसे मुद्दा बना दिया गया है.'
कानून की पढ़ाई कर रहीं रे आर ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों ने दिल्ली चुनाव के मद्देनजर इसे बड़ा मुद्दा बनाया है.
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उन्होंने आगे कहा कि पुलिस द्वारा लगाए गए आरोप कोर्ट में साबित नहीं हो पाएंगे क्योंकि उस कार्यक्रम में किसी भी तरह के भड़काउ नारे नहीं लगाए गए थे और न ही कोई ऐसे नारे लगाए गए थे जो कि गैरकानूनी हों.