चंडीगढ़: पंजाब के संगरूर में गिरा 2 साल का फतेहवीर सिंह आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया. मंगलवार सुबह पांच बजे फतेहवीर का रेस्क्यू सफल हुआ था जिसके बाद उसे तुरंत चंडीगढ़ पीजीआई ले जाया गया. लेकिन अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई.
गौरतलब है कि, दो साल का फतेहवीर सिंह गुरुवार शाम करीब चार बजे खेलते समय बोरवेल में गिर गया था.
बोरवेल में फंसे होने की सूचना मिलने के बाद से ही NDRF की टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया था. बच्चे को आज बोरवेल के समानांतर खोदी गई टनल की मदद से बाहर निकाला गया. बच्चे के बाहर आते ही उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत काफी नाजुक थी. लेकिन थोड़ी ही देर में फतेहवीर ने दम तोड़ दिया.
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गुरुवार को बच्चे के गिरने के बाद बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ा दी गई थी. इसके अलावा बच्चे पर नजर रखने के लिए एक कैमरा भी लगाया गया था. बचाव दल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 26 सदस्य थे. घटनास्थल पर चौबीसों घंटे डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस तैनात थे. घटना के लगभग 40 घंटे बाद शनिवार सुबह पांच बजे उसके शरीर में हलचल देखी गई. बच्चा 10 जून को दो साल का हो गया था.
फतेहवीर, सुखविंदर और गगनदीप कौर की इकलौती संतान थी. दोनों की शादी करीब 7 साल पहले हुई थी. पांच साल की मन्नतों के बाद उन्हे फतेहवीर सिंह हुआ था. बच्चे की मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर है.
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, 'फतेहवीर की दुखद मौत के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. मैं प्रार्थना करता हूं कि वाहेगुरू उसके परिवार को इस भारी नुकसान को सहन करने की शक्ति प्रदान करे. किसी भी खुले बोरवेल के संबंध में सभी डीसी से रिपोर्ट मांगी है, ताकि भविष्य में इस तरह की भयानक दुर्घटनाओं को रोका जा सके.'
दूसरी तरफ फतेहवीर की मौत से गुस्साए लोगों ने इसे प्रशासन की लापरवाही बताते हुए संगरूर में सड़क जाम कर दी है. साथ ही पीजीआई चंडीगढ़ के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए अमरिंदर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.