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निर्भया मामला : बिंदुवार जानें पूरा घटनाक्रम

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Published : Jan 31, 2020, 1:20 PM IST

Updated : Mar 20, 2020, 2:56 AM IST

साल 2012 में राष्ट्रीय राजधानी में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले के बाद देशभर में जबरदस्त उबाल आया था. ये मामला अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. चारों दोषियों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है, लेकिन कानून विकल्पों का इस्तेमाल कर सभी दोषी अपनी फांसी टाले जाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में जानना जरूरी है कि सात साल पुराने इस केस में कब और क्या पड़ाव आए. ईटीवी भारत की विशेष रिपोर्ट में जानें निर्भया केस का पूरा घटनाक्रम

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निर्भया मामले का पूरा घटनाक्रम

नई दिल्ली : 16 दिसंबर, 2012 को 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के सनसनीखेज मामले में उच्चतम न्यायालय ने एक दोषी मुकेश कुमार सिंह की दया याचिका खारिज करने के राष्ट्रपति के आदेश को चुनौती देने वाली अपील बुधवार को ठुकरा दी. दिल्ली में दिसंबर, 2012 में हुये इस जघन्य अपराध के लिये चार मुजरिमों को अदालत ने मौत की सजा सुनायी थी. इन दोषियों में से एक मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने 17 जनवरी को खारिज कर दी थी.

मुकेश कुमार सिंह दया याचिका खारिज होने के बाद ही अदालत ने चारों मुजरिमों -मुकेश, पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार, को एक फरवरी को सुबह छह बजे मृत्यु होने तक फांसी पर लटकाने के आदेश पर अमल के लिये आवश्यक वारंट जारी किये थे.

निर्भया मामले के पूरे घटनाक्रम में कुछ महत्वपूर्ण पड़ाव

इससे पहले अदालत ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने के लिये वारंट जारी किये थे. एक नजर इस मामले के सिलसिलेवार घटनाक्रम पर :

nirbhaya case
निर्भया मामले का घटनाक्रम

16 दिसंबर, 2012

  • पैरामेडिकल छात्रा के साथ निजी बस में छह लोगों ने बलात्कार कर चलती बस से सड़क पर फेंक दिया.

17 दिसंबर, 2012

  • बस चालक राम सिंह, उसका भाई मुकेश, अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और एक नाबालिग आरोपियों के रूप में पहचाने गए.

18 दिसंबर, 2012

  • पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.

21 दिसंबर, 2012

  • दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल से पकड़ा गया नाबालिग.

22 दिसंबर, 2012

  • छठा आरोपी अक्षय ठाकुर बिहार में गिरफ्तार.

29 दिसंबर, 2012

  • पीड़ता ने सिंगापुर के अस्पताल में दम तोड़ा.

3 जनवरी, 2013

  • पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की.

28 फरवरी, 2013

  • किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग आरोपी के खिलाफ बलात्कार और हत्या के आरोप लगाए.

11 मार्च, 2013

  • मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या की.

31 अगस्त, 2013

  • जेजेबी ने नाबालिग आरोपी को बलात्कार और हत्या का दोषी ठहराते हुए विशेष सुधार गृह भेजा.

13 सितंबर, 2013

  • चार शेष आरोपियों को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने मौत की सजा सुनाई.

13 मार्च, 2014

  • दिल्ली हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा.

3 अप्रैल, 2016

  • सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू की गई.

5 मई, 2016

  • सुप्रीम कोर्ट ने अक्षय, विनय, पवन और मुकेश को मृत्युदंड दिया.

29 अगस्त, 2016

  • अदालत में पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया.

3 फरवरी, 2017

  • सुप्रीम कोर्ट ने मामले की दोबारा सुनवाई शुरू की.

27 मार्च, 2017

  • कोर्ट ने मामले की एक साल तक सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा.

5 मई, 2017

  • अदालत ने मौत की सजा को चुनौती देने वाले चार दोषियों की याचिकाओं को खारिज किया.

13 नवंबर, 2017

  • दोषियों ने सजा की समीक्षा के लिए शीर्ष अदालत से अपील की.

4 मई, 2018

  • सुप्रीम कोर्ट ने अपने 2017 के मौत की सजा के फैसले को बरकरार रखा.

9 जुलाई, 2018

  • कोर्ट ने तीनों दोषियों की समीक्षा याचिकाओं को खारिज किया. अक्षय ने पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की.

10 दिसंबर, 2019

  • दोषी अक्षय सिंह ने मृत्युदंड के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की.

7 जनवरी, 2020

  • चारों दोषियों को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी. 22 जनवरी को फांसी पर लटकाने का आदेश पारित.

11 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा पीठ दो दोषियों की क्यूरेटिव पिटीशन पर 14 जनवरी को सुनवाई करेगी.

12 जनवरी, 2020

  • पुतलों को फंदे पर लटकाकर निर्भया के दोषियों को फांसी देने का अभ्यास किया गया.

14 जनवरी, 2020

  • दो दोषियों की समीक्षा याचिका खारिज. डेथ वारंट के खिलाफ मुकेश दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा और राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका लगाई.

15 जनवरी, 2020

  • तिहाड़ में दोषियों को निर्धारित फांसी की स्थिति के बारे में 17 जनवरी तक रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश.

17 जनवरी, 2020

  • राष्ट्रपति ने दोषी मुकेश की दया याचिका खारिज की. एक फरवरी को फांसी देने वाला नया डेथ वारंट जारी.

18 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पवन की याचिका पर 20 फरवरी को सुनवाई करेगी.

20 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पवन गुप्ता की याचिका खारिज कर दी. पवन ने कहा कि वह वारदात के समय नाबालिग था.

23 जनवरी, 2020

  • तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को नोटिस देकर आखिरी इच्छा पूछी.

24 जनवरी, 2020

  • दोषी विनय, अक्षय और पवन के वकील ने जेल से कागजात नहीं मिलने के कारण क्यूरेटिव पिटीशन में हो रही देरी की बात कही.

25 जनवरी, 2020

  • निर्भया के दोषियों की याचिका खारिज कर दी गई. सरकारी वकील ने सभी दस्तावेज मुहैया कराए जाने की बात कही.

27 जनवरी, 2020

  • दोषी मुकेश मृत्युदंड टालने की आस में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा.

28 जनवरी, 2020

  • दोषी मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की गई.

29 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट में दायर मुकेश की दया याचिका खारिज की गई. अक्षय कुमार ने सुधारात्मक याचिका दायर की.

31 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट में पवन ने समीक्षा याचिका दायर की. पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचा तिहाड़ जेल प्रशासन.

17 फरवरी, 2020

  • तीन मार्च को फांसी देने का आदेश पारित. डेथ वारंट जारी.

5 मार्च, 2020

  • चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए निर्भया केस में चौथा डेथ वारंट जारी.

नई दिल्ली : 16 दिसंबर, 2012 को 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के सनसनीखेज मामले में उच्चतम न्यायालय ने एक दोषी मुकेश कुमार सिंह की दया याचिका खारिज करने के राष्ट्रपति के आदेश को चुनौती देने वाली अपील बुधवार को ठुकरा दी. दिल्ली में दिसंबर, 2012 में हुये इस जघन्य अपराध के लिये चार मुजरिमों को अदालत ने मौत की सजा सुनायी थी. इन दोषियों में से एक मुकेश की दया याचिका राष्ट्रपति ने 17 जनवरी को खारिज कर दी थी.

मुकेश कुमार सिंह दया याचिका खारिज होने के बाद ही अदालत ने चारों मुजरिमों -मुकेश, पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार, को एक फरवरी को सुबह छह बजे मृत्यु होने तक फांसी पर लटकाने के आदेश पर अमल के लिये आवश्यक वारंट जारी किये थे.

निर्भया मामले के पूरे घटनाक्रम में कुछ महत्वपूर्ण पड़ाव

इससे पहले अदालत ने चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देने के लिये वारंट जारी किये थे. एक नजर इस मामले के सिलसिलेवार घटनाक्रम पर :

nirbhaya case
निर्भया मामले का घटनाक्रम

16 दिसंबर, 2012

  • पैरामेडिकल छात्रा के साथ निजी बस में छह लोगों ने बलात्कार कर चलती बस से सड़क पर फेंक दिया.

17 दिसंबर, 2012

  • बस चालक राम सिंह, उसका भाई मुकेश, अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और एक नाबालिग आरोपियों के रूप में पहचाने गए.

18 दिसंबर, 2012

  • पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया.

21 दिसंबर, 2012

  • दिल्ली के आनंद विहार बस टर्मिनल से पकड़ा गया नाबालिग.

22 दिसंबर, 2012

  • छठा आरोपी अक्षय ठाकुर बिहार में गिरफ्तार.

29 दिसंबर, 2012

  • पीड़ता ने सिंगापुर के अस्पताल में दम तोड़ा.

3 जनवरी, 2013

  • पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की.

28 फरवरी, 2013

  • किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग आरोपी के खिलाफ बलात्कार और हत्या के आरोप लगाए.

11 मार्च, 2013

  • मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या की.

31 अगस्त, 2013

  • जेजेबी ने नाबालिग आरोपी को बलात्कार और हत्या का दोषी ठहराते हुए विशेष सुधार गृह भेजा.

13 सितंबर, 2013

  • चार शेष आरोपियों को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने मौत की सजा सुनाई.

13 मार्च, 2014

  • दिल्ली हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा.

3 अप्रैल, 2016

  • सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू की गई.

5 मई, 2016

  • सुप्रीम कोर्ट ने अक्षय, विनय, पवन और मुकेश को मृत्युदंड दिया.

29 अगस्त, 2016

  • अदालत में पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया.

3 फरवरी, 2017

  • सुप्रीम कोर्ट ने मामले की दोबारा सुनवाई शुरू की.

27 मार्च, 2017

  • कोर्ट ने मामले की एक साल तक सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा.

5 मई, 2017

  • अदालत ने मौत की सजा को चुनौती देने वाले चार दोषियों की याचिकाओं को खारिज किया.

13 नवंबर, 2017

  • दोषियों ने सजा की समीक्षा के लिए शीर्ष अदालत से अपील की.

4 मई, 2018

  • सुप्रीम कोर्ट ने अपने 2017 के मौत की सजा के फैसले को बरकरार रखा.

9 जुलाई, 2018

  • कोर्ट ने तीनों दोषियों की समीक्षा याचिकाओं को खारिज किया. अक्षय ने पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की.

10 दिसंबर, 2019

  • दोषी अक्षय सिंह ने मृत्युदंड के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की.

7 जनवरी, 2020

  • चारों दोषियों को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी. 22 जनवरी को फांसी पर लटकाने का आदेश पारित.

11 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा पीठ दो दोषियों की क्यूरेटिव पिटीशन पर 14 जनवरी को सुनवाई करेगी.

12 जनवरी, 2020

  • पुतलों को फंदे पर लटकाकर निर्भया के दोषियों को फांसी देने का अभ्यास किया गया.

14 जनवरी, 2020

  • दो दोषियों की समीक्षा याचिका खारिज. डेथ वारंट के खिलाफ मुकेश दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा और राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका लगाई.

15 जनवरी, 2020

  • तिहाड़ में दोषियों को निर्धारित फांसी की स्थिति के बारे में 17 जनवरी तक रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश.

17 जनवरी, 2020

  • राष्ट्रपति ने दोषी मुकेश की दया याचिका खारिज की. एक फरवरी को फांसी देने वाला नया डेथ वारंट जारी.

18 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पवन की याचिका पर 20 फरवरी को सुनवाई करेगी.

20 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पवन गुप्ता की याचिका खारिज कर दी. पवन ने कहा कि वह वारदात के समय नाबालिग था.

23 जनवरी, 2020

  • तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को नोटिस देकर आखिरी इच्छा पूछी.

24 जनवरी, 2020

  • दोषी विनय, अक्षय और पवन के वकील ने जेल से कागजात नहीं मिलने के कारण क्यूरेटिव पिटीशन में हो रही देरी की बात कही.

25 जनवरी, 2020

  • निर्भया के दोषियों की याचिका खारिज कर दी गई. सरकारी वकील ने सभी दस्तावेज मुहैया कराए जाने की बात कही.

27 जनवरी, 2020

  • दोषी मुकेश मृत्युदंड टालने की आस में सुप्रीम कोर्ट पहुंचा.

28 जनवरी, 2020

  • दोषी मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई की गई.

29 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट में दायर मुकेश की दया याचिका खारिज की गई. अक्षय कुमार ने सुधारात्मक याचिका दायर की.

31 जनवरी, 2020

  • सुप्रीम कोर्ट में पवन ने समीक्षा याचिका दायर की. पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचा तिहाड़ जेल प्रशासन.

17 फरवरी, 2020

  • तीन मार्च को फांसी देने का आदेश पारित. डेथ वारंट जारी.

5 मार्च, 2020

  • चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए निर्भया केस में चौथा डेथ वारंट जारी.
Last Updated : Mar 20, 2020, 2:56 AM IST
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