श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि श्रीनगर शहर में अपना ठिकाना स्थापित करने से पहले ही आतंकवादी मारे जा रहे हैं. कश्मीर जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने शुक्रवार को श्रीनगर के मालाबाग इलाके में एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ जवान के सम्मान में आयोजित पुष्पांजलि समारोह के मौके पर मीडिया से बात की.
कुमार ने कहा कि श्रीनगर में मुठभेड़ में पुलिस और सीआरपीएफ ने अनंतनाग जिले के एक कमांडर जाहिद दास को मार गिराया. आईजीपी ने कहा कि वह चार अन्य आतंकवादियों के साथ पुलिस और सीआरपीएफ पर हुए हमलों में शामिल था, जिसमें बिजबेहड़ा में एक नाबालिग लड़का भी शामिल था.
उन्होंने कहा कि जाहिद के दो अन्य सहयोगी हाल ही में बिजबेहड़ा में मारे गए थे और उनके समूह के दो और आतंकवादी भाग खड़े हुए और जल्द ही उन्हें भी ढेर कर दिया जाएगा.
विजय कुमार ने कहा कि हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 12 शीर्ष कमांडर पुलिस के रडार पर हैं. इनमें हिजबुल मुजाहिदीन के पांच, जैश के चार और लश्कर के तीन आतंकी शामिल हैं. हमने पहले ही उनके नामों की घोषणा कर दी है और उन्हें ट्रैक किया जा रहा है.
राजधानी श्रीनगर के बारे में माना जा रहा था कि यह शहर आतंकियों से मुक्त हो गया है. अब श्रीनगर में हाल ही में हुई मुठभेड़ों पर टिप्पणी करते हुए आईजीपी ने कहा, श्रीनगर कभी भी आतंक मुक्त नहीं हो सकता है, जब तक यहां आतंक व्याप्त है. आतंकी कई उद्देश्यों के लिए शहर में आते रहते हैं.
उन्होंने कहा कि आतंकी कभी-कभी चिकित्सा उपचार के लिए आते हैं. कभी-कभी एक-दूसरे से मिलने और कभी-कभी धनराशि प्राप्त करने के लिए भी आते रहते हैं. आईजीपी ने कहा, 'हमारी सक्रिय कार्रवाई हमें समय पर उन्हें ट्रैक करने में मदद करती है.'
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उन्होंने कहा कि श्रीनगर में कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ है. तीनों घटनाएं पुलिस और सीआरपीएफ की सक्रिय कार्रवाई का नतीजा थीं, जहां हमें जानकारी मिली थी और फिर शहर में छिपे आतंकवादियों को ट्रैक कर मार दिया गया.
आईजीपी ने कहा, 'कल (गुरुवार को) एक लीड (जानकारी) मिली थी और इसके बाद संदिग्ध स्थान को खाली करा दिया गया था. आतंकवादी ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसकी चपेट में एक सीआरपीएफ जवान आ गया, बाद में जवान की मौत हो गई.'
उन्होंने कहा कि अगर किसी जिले में कोई मुठभेड़ नहीं होती है तो इसका मतलब यह नहीं है कि यह इलाका या जिला आतंक मुक्त है. श्रीनगर में अपना आधार स्थापित करने से पहले ही आतंकवादियों को ढेर कर दिया जा रहा है.