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आंध्र प्रदेश : प्रसिद्ध लक्ष्मी नरसिंह मंदिर का रथ आग में जला

रविवार को अमरावती जिले में श्री लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर के लकड़ी के रथ में आग लगने से हादसा हो गया. हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है.

लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर
लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर
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Published : Sep 6, 2020, 2:50 PM IST

अमरावती : आंध्र प्रदेश में अमरावती जिले के अंतरवेदी इलाके में रविवार तड़के प्रसिद्ध लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर का लकड़ी का रथ आग की एक घटना में जल गया. राज्य सरकार ने आग के कारणों का पता लगाने के लिए इस घटना की जांच का आदेश दिया है.

धर्मादा मंत्री वेलमपल्ली श्रीनिवास ने बताया कि अतिरिक्त आयुक्त रामचंद्र मोहन को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है और उनसे पुलिस के साथ समन्वय कायम कर आग की वजह का पता लगाने को कहा गया है.

सागौन की लकड़ी से बना 40 फीट का यह रथ मंदिर परिसर के एक शेड में खड़ा था. आम तौर पर इस रथ का उपयोग भगवान के आनुष्ठानिक विवाह में 'राधोत्सवम' के दौरान किया जाता है.

पुलिस ने कहा कि वह इस बारे में जांच चल रही है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी या फिर किसी ने लगाई.

काकीनाड़ा से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने फोन पर कहा कि कुछ महीने पहले एसपीएस नेल्लोर में भी ऐसी ही घटना हुई थी और यह सामने आया कि मानसिक रूप से अक्षम एक व्यक्ति ने मंदिर के रथ में आग लगा दी थी, ऐसे में सभी पहलुओं को लेकर जांच की जा रही है.

धर्मादा मंत्री ने इस घटना पर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि अतिरिक्त आयुक्त की जांच पूरी हेाने के बाद उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी.

इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सोमू वीर राजू ने इस घटना की निंदा की और मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से तीन दिन के अंदर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का अनुरोध किया.

अमरावती : आंध्र प्रदेश में अमरावती जिले के अंतरवेदी इलाके में रविवार तड़के प्रसिद्ध लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर का लकड़ी का रथ आग की एक घटना में जल गया. राज्य सरकार ने आग के कारणों का पता लगाने के लिए इस घटना की जांच का आदेश दिया है.

धर्मादा मंत्री वेलमपल्ली श्रीनिवास ने बताया कि अतिरिक्त आयुक्त रामचंद्र मोहन को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है और उनसे पुलिस के साथ समन्वय कायम कर आग की वजह का पता लगाने को कहा गया है.

सागौन की लकड़ी से बना 40 फीट का यह रथ मंदिर परिसर के एक शेड में खड़ा था. आम तौर पर इस रथ का उपयोग भगवान के आनुष्ठानिक विवाह में 'राधोत्सवम' के दौरान किया जाता है.

पुलिस ने कहा कि वह इस बारे में जांच चल रही है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी या फिर किसी ने लगाई.

काकीनाड़ा से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने फोन पर कहा कि कुछ महीने पहले एसपीएस नेल्लोर में भी ऐसी ही घटना हुई थी और यह सामने आया कि मानसिक रूप से अक्षम एक व्यक्ति ने मंदिर के रथ में आग लगा दी थी, ऐसे में सभी पहलुओं को लेकर जांच की जा रही है.

धर्मादा मंत्री ने इस घटना पर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि अतिरिक्त आयुक्त की जांच पूरी हेाने के बाद उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी.

इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सोमू वीर राजू ने इस घटना की निंदा की और मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी से तीन दिन के अंदर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का अनुरोध किया.

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