हैदराबाद : तेलंगाना के जंगली इलाकों में पुलिस के साथ गोलीबारी की दो अलग-अलग घटनाओं के बाद प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के दो समूहों के सदस्य फरार हो गए, जिसके बाद उन्हें पकड़ने का अभियान तेज कर दिया गया है. फरार सदस्यों में एक वरिष्ठ सदस्य भी है, जिसपर 25 लाख रुपये का इनाम है. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि भद्राद्री-कोठागुडम जिले में बुधवार सुबह 13 माओवादियों के एक समूह ने पुलिस कर्मियों पर गोलीबारी की और जंगली इलाके में भाग गए, जिसमें एक पुलिसकर्मी को हल्की चोटें आई हैं. इससे कुछ ही घंटे पहले मंगलवार रात आसिफाबाद जिले के कुमराम बीम इलाके में भी एक अन्य समूह ने गोलीबारी की थी, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
पुलिस ने कहा कि हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बुधवार सुबह हुई घटना में माओवादियों को क्या नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा कि दोनों जगहों और उसके आसपास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान जारी है.
पुलिस ने कहा कि मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे आसिफाबाद जिले के थोक्कुगुड़ा गांव में तलाशी अभियान के दौरान पुलिस का सामना भाकपा (माओवादी) की तेलंगाना 'राज्य समिति' के सदस्य भास्कर नीत माओवादियों से हुआ. भास्कर पर 25 लाख रुपये का इनाम है.
आसिफाबाद के प्रभारी पुलिस अधीक्षक विष्णु एस वैरियर ने कहा कि माओवादियों ने पुलिस दल पर हमला किया. इसके बाद जब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो वे भाग खड़े हुए.
वहीं, दूसरी घटना बुधवार सुबह भद्राद्री-कोठागुडम जिले में हुई.
जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील दत्त ने बताया कि मल्लेपल्लीटोगु जंगल में सुबह नौ बजे मुठभेड़ हुई और पुलिस की गतिविधि को देखते हुए वहां मौजूद करीब 30 माओवादी अपना सामान छोड़कर भाग गए.
उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ से तेलंगाना में माआवोदियों के आने की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद मनुगुरु जंगल क्षेत्र में 500 कर्मियों की 25 टीमें तलाश अभियान में जुटी थी, तभी दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई.
उन्होंने बताया कि माओवादियों को पकड़ने के लिए गहन तलाश अभियान शुरू किया गया है.