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तमिलनाडु में कक्षा दस की परीक्षा रद, छात्रों को मिलेगा अगली कक्षा में प्रवेश : मुख्यमंत्री पलानीस्वामी - मद्रास उच्च न्यायालय

कोरोना वायरस से फैली महामारी को देखते हुए तमिलनाडु में 10वीं और 11वीं की परीक्षा नहीं कराने का फैलसा किया गया है. छात्रों को तिमाही और अर्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर प्रमोट कर दिया जाएगा.

cm Edappadi K. Palaniswami
मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी
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Published : Jun 9, 2020, 2:44 PM IST

Updated : Jun 10, 2020, 6:13 AM IST

चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद कर दी है. उन्होंने कहा कि छात्रों को तिमाही, अर्धवार्षिक परीक्षा और स्कूल में उपस्थिति के आधार पर आगे की कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. इसके अलावा कक्षा 11 के उन विषयों की परीक्षा जो पहले नहीं हो पाई थी, उन्हें भी रद कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोनो वायरस के मामलों की संख्या अधिक होने के कारण परीक्षा करवाने की स्थिति नहीं है. वहीं 12वीं कक्षा की परीक्षा पर आने वाले समय में फैसला लिया जाएगा.

राज्य सरकार ने मद्रास उच्च न्यायालय की आलोचना के बाद यह फैसला लिया है. मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि 'हम राज्य के नौ लाख से अधिक छात्रों के जीवन को दांव पर लगाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं. यह लॉकडाउन के दौरान शराब दुकानें खोलने जैसा नहीं है.'

मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश के लिए अस्सी प्रतिशत अंक त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे और 20 प्रतिशत अंक कक्षा में उपस्थिति के आधार पर प्रदान किए जाएंगे.

पढ़ें:- तेलंगाना सरकार का फैसला : बिना परीक्षा दिए प्रोन्नत होंगे 10वीं कक्षा के छात्र

इससे एक दिन पहले मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि नौ लाख छात्रों का जीवन दांव पर नहीं लगाया जा सकता. दरअसल, कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए अदालत ने सरकार से परीक्षा टालने के संबंध में जवाब मांगा था.

सीएम पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार ने 15 से 25 जून के बीच परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी कर ली थी, लेकिन मामला उच्च न्यायालय में चला गया, जहां कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सरकार से परीक्षाओं को टालने के विषय पर पुनर्विचार करने को कहा गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद सरकार ने मामले का विस्तार से अध्ययन किया.

उन्होंने टेलीविजन के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा, 'वर्तमान परिस्थितियों में, चेन्नई और अन्य जिलों में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. महामारी विशेषज्ञों की राय के मुताबिक आने वाले समय में इनके शीघ्र कम होने की संभावना नहीं है.'

पढ़ें - 69000 शिक्षक भर्ती मामला : राज्य सरकार ने एसटीएफ को दिए जांच के आदेश

उन्होंने कहा कि इसलिए छात्रों के माता पिता और विषाणु के प्रसार की गति को ध्यान में रखते हुए 15 जून से होने वाली कक्षा दस की परीक्षाओं और कक्षा 11 के कुछ विषयों की लंबित परीक्षाओं को पूरी तरह रद कर दिया गया है और छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया गया है.

उन्होंने कहा कि कक्षा 12 की पूरक परीक्षा टाल दी गई है और नई तारीख की घोषणा जल्दी ही की जाएगी.

चेन्नई : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद कर दी है. उन्होंने कहा कि छात्रों को तिमाही, अर्धवार्षिक परीक्षा और स्कूल में उपस्थिति के आधार पर आगे की कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. इसके अलावा कक्षा 11 के उन विषयों की परीक्षा जो पहले नहीं हो पाई थी, उन्हें भी रद कर दिया गया है.

उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोनो वायरस के मामलों की संख्या अधिक होने के कारण परीक्षा करवाने की स्थिति नहीं है. वहीं 12वीं कक्षा की परीक्षा पर आने वाले समय में फैसला लिया जाएगा.

राज्य सरकार ने मद्रास उच्च न्यायालय की आलोचना के बाद यह फैसला लिया है. मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि 'हम राज्य के नौ लाख से अधिक छात्रों के जीवन को दांव पर लगाने की अनुमति नहीं दे सकते हैं. यह लॉकडाउन के दौरान शराब दुकानें खोलने जैसा नहीं है.'

मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश के लिए अस्सी प्रतिशत अंक त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे और 20 प्रतिशत अंक कक्षा में उपस्थिति के आधार पर प्रदान किए जाएंगे.

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इससे एक दिन पहले मद्रास उच्च न्यायालय ने कहा था कि नौ लाख छात्रों का जीवन दांव पर नहीं लगाया जा सकता. दरअसल, कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए अदालत ने सरकार से परीक्षा टालने के संबंध में जवाब मांगा था.

सीएम पलानीस्वामी ने कहा कि सरकार ने 15 से 25 जून के बीच परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी कर ली थी, लेकिन मामला उच्च न्यायालय में चला गया, जहां कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सरकार से परीक्षाओं को टालने के विषय पर पुनर्विचार करने को कहा गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद सरकार ने मामले का विस्तार से अध्ययन किया.

उन्होंने टेलीविजन के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा, 'वर्तमान परिस्थितियों में, चेन्नई और अन्य जिलों में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. महामारी विशेषज्ञों की राय के मुताबिक आने वाले समय में इनके शीघ्र कम होने की संभावना नहीं है.'

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उन्होंने कहा कि इसलिए छात्रों के माता पिता और विषाणु के प्रसार की गति को ध्यान में रखते हुए 15 जून से होने वाली कक्षा दस की परीक्षाओं और कक्षा 11 के कुछ विषयों की लंबित परीक्षाओं को पूरी तरह रद कर दिया गया है और छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश दे दिया गया है.

उन्होंने कहा कि कक्षा 12 की पूरक परीक्षा टाल दी गई है और नई तारीख की घोषणा जल्दी ही की जाएगी.

Last Updated : Jun 10, 2020, 6:13 AM IST
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