नई दिल्ली : कोरोना संकट से उपजे आर्थिक हालात की समीक्षा के लिए पीएम मोदी बैठक कर रहे हैं. वहीं, कच्चे तेल के दाम में आई ऐतिहासिक गिरावट को सरकार भारतीय इकोनॉमी के लिए एक बड़ी राहत बता रही है. सरकार का कहना है कि भारत जैसी उभरती अर्थव्यवस्था में कच्चे तेल की कीमत में हुई भारी गिरावट से फिजिकल डेफिसिट शीट में कम दबाव पड़ेगा.
केंद्र सरकार का कहना है कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को संभालने में काफी सहायता मिलेगी.
कच्चे तेल की कीमत में हुई ऐतिहासिक गिरावट पर बैंकिंग एक्सपर्ट और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम से ईटीवी भारत ने बातचीत की.
इस दौरान उन्होंने कहा की पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था आज कोरोना वायरस की वजह से चरमरा गई है और ऐसे में कच्चे तेल की खपत कम है.
उन्होंने बताया कि इकोनॉमिक एक्टिविटी कम है तो जाहिर है इसकी डिमांड भी कम है और डिमांड कम होने से कच्चे तेल के दामों में गिरावट आई है. और यह भारत जैसे इमर्जिंग इकोनॉमी वाले देश के लिए काफी राहत की बात है.
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम में गिरावट की वजह से हमें बैलेंस ऑफ पेमेंट का फायदा होता है. साथ ही इंपोर्ट भी कम होता है और करंट अकाउंट डेटा शीट पर भी दबाव कम पड़ता है.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इससे जो बचत होगी, उससे हम इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर पाएंगे, जो पोस्ट कोरोना वॉर में भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी स्थिरता प्रदान करेगा.