नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में सरकार और राज्यपाल के बीच जारी खींचतान थमने का नाम ही नहीं ले रही है. इसे लेकर भाजपा ने आपत्ति जताई है. पार्टी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अराजकता का शासन है. पार्टी ने आरोप लगाया कि बंगाल में अब संवैधानिक पदों की मर्यादा खत्म होती जा रही है.
पार्टी का कहना है कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद होता है और राज्यपाल के लिए पहले भी अमर्यादित टिप्पणी बंगाल सरकार की तरफ से आती रही है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे और उन्हें तय कार्यक्रम के तहत वहां जाने नहीं दिया गया था.
राज्यपाल ने कहा कि उन्हें लोगों से मिलने से रोका गया और अधिकारियों से भी नहीं मिलने दिया गया. इस संबंध में ईटीवी भारत ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी से बातचीत की.
ये भी पढ़ें : प. बंगालः राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच सियासी 'टेंशन'
इस दौरान रूडी ने बंगाल सरकार के बर्ताव पर भारी आपत्ति जाताई. उन्होंने कहा कि राज्यपाल किसी सरकार के नुमाइंदे नहीं होते हैं. राज्यपाल एक संवैधानिक पद है, जो राज्य में सर्वोच्च होता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार अभी तक वहां की जनता से खिलवाड़ कर रही थी लेकिन अब संवैधानिक पदों की मर्यादा भी खत्म होती जा रही है.
दरअसल, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की बैठक में राज्य सरकार के अधिकारियों ने शिरकत नहीं की. इसके बाद राज्यपाल ने राज्य सरकार पर तंज कसा है. इसके बाद राज्यपाल पर सीएम ममता बनर्जी भी हमलावर हो गईं हैं.
वहीं राष्ट्रीय नागरिक पंजियन (एनआरसी) पर की गई ममता बनर्जी की टिप्पणी पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि ममता सही कह रही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एनआरसी के तहत देश के किसी भी नागरिक को बाहर नहीं निकाल रही है बल्कि सिर्फ घुसपैठियों को देश से बाहर किया जाएगा.