नई दिल्ली: निजामुद्दीन स्थित मरकज मामले को दर्ज हुए 35 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक मुख्य आरोपी मौलाना साद पुलिस के हाथ नहीं लगा है. ऐसे में मंगलवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद के बेटे सईद से लगभग दौ घंटे तक पूछताछ की है. सईद से क्राइम ब्रांच ने उन 20 लोगों के बारे में जानकारी मांगी है जो मरकज की देखरेख का जिम्मा संभाल रहे थे.
जानकारी के अनुसार बीते मार्च महीने में निजामुद्दीन स्थित मरकज का मामला सामने आया था. जिसके बाद यहां से 2361 लोगों को प्रशासन ने निकाला था. उनमें से 1080 जमाती कोरोना संक्रमित निकले. इसे लेकर निजामुद्दीन एसएचओ मुकेश वालिया के बयान पर बीते 31 मार्च को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया था. इस मामले में अब तक मौलाना साद को चार बार नोटिस भेजा जा चुका है जिसका संतोषजनक जवाब अब तक पुलिस को नहीं मिला है.
सईद से पूछे गए महत्वपूर्ण सवाल
इस मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को मौलाना साद के बेटे सईद को पूछताछ के लिए बुलाया. लगभग दो घंटे तक चली इस पूछताछ में क्राइम ब्रांच ने उससे उन 20 लोगों की जानकारी मांगी है जो मरकज में आने-जाने वाले लोगों पर ध्यान रखने के साथ ही वहां की देखरेख भी करते थे. इन लोगों की मदद से क्राइम ब्रांच तथ्यों को सामने लाने का प्रयास करेगी. मौलाना साद का बेटा सईद मरकज में काफी सक्रिय रहता है. यही वजह है कि क्राइम ब्रांच ने उससे पूछताछ की है.
साथ ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर सईद के माध्यम से मौलाना साद को अपना कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. क्राइम ब्रांच की तरफ से कहा गया है कि मौलाना साद किसी सरकारी अस्पताल में जाकर कोरोना जांच कराएं और उसकी जांच रिपोर्ट दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को दें. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद आगे की जांच होगी और मौलाना साद से पूछताछ की जा सकेगी.