नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर विरोध जारी है. इस बीच जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का एक बयान आया है. उन्होंने कहा है कि विरोध करना हमारा जनतांत्रिक आधार है, लेकिन किसी भी तरह से हमें हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए. उनके इस बयान की तारीफ की जा रही है.
बुखारी ने कहा है कि विरोध करना भारत के लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है. हालांकि भावनाओं को नियंत्रण में रखना आवश्यक है. बुखारी ने आगे कहा था कि विरोध करने से रोका नहीं जा सकता है. लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि इसे नियंत्रण में किया जाए, हमारी भावनाओं को नियंत्रण में रखना सबसे जरूरी है.
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को शुक्रवार को जामा मस्जिद से जंतर मंतर तक मार्च निकालने के दौरान दरियागंज में पुलिस की गिरफ्त से निकलने में कामयाब रहा. खबर के मुताबिक उसके समर्थक चंद्रशेखर को बाहर निकाल ले गए.
पुलिस द्वारा मार्च की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद भी भीम आर्मी के नेतृत्व में जामा मस्जिद से बड़ी संख्या में लोगों ने मार्च किया. इससे एक दिन पहले भी राष्ट्रीय राजधानी में छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित हजारों लोगों ने निषेधाज्ञा के बाद भी प्रदर्शन किया था.