नई दिल्ली: मंत्री पद की शपथ लेने के लिए चुने गए नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद बारी-बारी से शपथ ले रहे हैं. मोदी के बाद राजनाथ सिंह ने शपथ ली.
राजनाथ सिंह के बाद अमित शाह ने ली शपथ.
इसके बाद नितिन गडकरी ने ली शपथ.
इससे पहले मोदी के आवास पर सभी मंत्रियों ने एक बैठक की.
इससे पहले आज सुबह, नरेंद्र मोदी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की. सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच मंत्रिपरिषद को व्यवस्थित रूप देने के लिये अंतिम दौर की वार्ता की गई.
बीजेपी ने बंगाल में 2014 की तुलना में 16 सीटें ज्यादा (18) जीती हैं. ओडिशा में भी बीजेपी की सीटें बढ़ी हैं.
तमिलनाडु में AIADMK भाजपा की प्रमुख सहयोगी द्रविड़ पार्टी है.
गौरतलब है कि शपथ ग्रहण से एक दिन पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी को पत्र लिखकर उन्हें मंत्री पद से अलग रखने की अपील की है. जेटली ने पत्र में अपनी खराब सेहत का हवाला दिया है. उन्होंने लिखा है कि वे नई सरकार में मंत्री पद के इच्छुक नहीं हैं.
पांच साल पहले वर्ष 2014 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नरेंद्र मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी. इस मौके पर SAARC देशों के प्रमुखों सहित 3500 से अधिक मेहमान शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बने थे.
आम तौर पर राष्ट्रपति भवन के प्रांगण का इस्तेमाल देश की यात्रा पर आने वाले राष्ट्राध्यक्षों समेत सरकार के प्रमुखों के औपचारिक स्वागत के लिए किया जाता है.
इससे पहले 1990 में चंद्रशेखर और 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ दिलायी गई थी.
शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों ... बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यामां के राष्ट्रपति यू विन मिंट और भूटान के प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग शामिल हो रहे हैं.
थाईलैंड से उसके विशेष दूत जी बूनराच देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. बिम्सटेक में भारत के अलावा बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं.
इन नेताओं के साथ-साथ शंघाई सहयोग संगठन के वर्तमान अध्यक्ष और किर्गिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति जीनबेकोव और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत आए हैं.
गौरतलब है कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 542 सीटों में से 303 सीटें जीती हैं. बीजेपी ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है. बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को कुल 353 सीटें मिली हैं.
NDA के प्रमुख घटक दलों में शिवसेना, लोजपा, जदयू, AIADMK और अकाली दल जैसी पार्टियां शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में पूरे भारत का एक संतुलित मिश्रण देखा जा सकता है.