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कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध मरीज पहुंचा वाराणसी, स्वास्थ्य विभाग सतर्क

यूपी के वाराणसी में कोरोना वायरस का पहला संदिग्ध मरीज सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. मरीज को आइसोलेशन वॉर्ड में रखकर नमूने लिए गये, जिसको जांच के लिए पुणे भेजा जा सकता है.

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प्रतीकात्मक चित्र
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Published : Feb 4, 2020, 6:04 PM IST

Updated : Feb 29, 2020, 4:15 AM IST

वाराणसी : चीन से कोलकाता और कोलकाता से वाराणसी आया एक व्यक्ति जांच के लिए जब पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में पहुंचा, तो उसे खास निगरानी वाले कोरोना वार्ड में रखा गया. इसको देखते हुए एहतियातन मास्क आदि के उपयोग किए जा रहे हैं. यही नहीं, डॉक्टरों का मानना है कि वे पूरी तरीके से तैयार हैं. अगर ऐसा कोई मरीज आता है तो उसकी जांच व सैंपल को लेकर अस्पताल में समुचित व्यवस्था की गयी है.

शहर का भोजूवीर निवासी एक व्यक्ति चीन के जियोमेन शहर में नौकरी करता था. वह 23 जनवरी को भारत के लिए रवाना हुआ था. चीन से सीधे वह कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पहुंचा था. फ्लाइट से वह लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट आया था. उसके स्वास्थ्य में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी, लेकिन दो दिन पहले ही उसकी तबीयत कुछ खराब हुई, जिससे वह अपने परिजनों के साथ दीनदयाल अस्पताल में पहुंचा था.

दीनदयाल अस्पताल में तैयारी की जानकारी देते सीएमएस डॉ. वी. शुक्ला.

पढ़ें: आजमगढ़: फर्जी पासपोर्ट के सहारे कुवैत जाने वाला अफगानी युवक गिरफ्तार

अस्पताल में उसे कुछ देर के लिए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां पर उसकी जांच की गयी और नमूने भी लिए गए. अस्पातल प्रशासन का दावा है कि इसके बाद उसकी स्थिति ठीक होने पर परिजनों के साथ वापस कर दिया गया. मरीज के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए पुणे भेजा जा सकता है.

पढ़ें: निर्भया' के दोषियों की फांसी फिर टलने से छात्राएं नाराज, PM से रखी ये मांग

दीनदयाल अस्पताल के सीएमएस डॉ. वी. शुक्ल का कहना है कि अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए 10 बेड का वार्ड बनाया गया है. मरीज की जांच के लिए किट व मास्क आदि सब उपलब्ध हैं.

अस्पताल में संदिग्ध मरीज आने के सवाल पर डॉ. शुक्ल ने कहा कि उसे मरीज नहीं यात्री कहेंगे. चीन से वह व्यक्ति आया था. रूटीन चेकअप के लिए यहां पर आया था. पुणे नमूने भेजने व रिपोर्ट आने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अब तक कोई नमूना नहीं भेजा गया है. अस्पताल में पहली बार चीन से लौटे किसी यात्री की जांच की गई है.

वाराणसी : चीन से कोलकाता और कोलकाता से वाराणसी आया एक व्यक्ति जांच के लिए जब पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में पहुंचा, तो उसे खास निगरानी वाले कोरोना वार्ड में रखा गया. इसको देखते हुए एहतियातन मास्क आदि के उपयोग किए जा रहे हैं. यही नहीं, डॉक्टरों का मानना है कि वे पूरी तरीके से तैयार हैं. अगर ऐसा कोई मरीज आता है तो उसकी जांच व सैंपल को लेकर अस्पताल में समुचित व्यवस्था की गयी है.

शहर का भोजूवीर निवासी एक व्यक्ति चीन के जियोमेन शहर में नौकरी करता था. वह 23 जनवरी को भारत के लिए रवाना हुआ था. चीन से सीधे वह कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पहुंचा था. फ्लाइट से वह लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट आया था. उसके स्वास्थ्य में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी, लेकिन दो दिन पहले ही उसकी तबीयत कुछ खराब हुई, जिससे वह अपने परिजनों के साथ दीनदयाल अस्पताल में पहुंचा था.

दीनदयाल अस्पताल में तैयारी की जानकारी देते सीएमएस डॉ. वी. शुक्ला.

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अस्पताल में उसे कुछ देर के लिए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां पर उसकी जांच की गयी और नमूने भी लिए गए. अस्पातल प्रशासन का दावा है कि इसके बाद उसकी स्थिति ठीक होने पर परिजनों के साथ वापस कर दिया गया. मरीज के नमूने लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए पुणे भेजा जा सकता है.

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दीनदयाल अस्पताल के सीएमएस डॉ. वी. शुक्ल का कहना है कि अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए 10 बेड का वार्ड बनाया गया है. मरीज की जांच के लिए किट व मास्क आदि सब उपलब्ध हैं.

अस्पताल में संदिग्ध मरीज आने के सवाल पर डॉ. शुक्ल ने कहा कि उसे मरीज नहीं यात्री कहेंगे. चीन से वह व्यक्ति आया था. रूटीन चेकअप के लिए यहां पर आया था. पुणे नमूने भेजने व रिपोर्ट आने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अब तक कोई नमूना नहीं भेजा गया है. अस्पताल में पहली बार चीन से लौटे किसी यात्री की जांच की गई है.

Intro:एंकर: वाराणसी के दीनदयाल अस्पताल में कोरोनावायरस को लेकर बेहद ही अस्पताल के डॉक्टर संजीदा है वही चीन से कोलकाता और कोलकाता से वाराणसी आए एक व्यक्ति की जांच के लिए जब पंडित दीनदयाल अस्पताल में पीड़ित पहुंचा तो उसे खास निगरानी वाले को रोना वार्ड में रखा गया जहां एहतियातन मास्क आदि के उपयोग किए जा रहे हैं यही नहीं डॉक्टरों का मानना है कि हम पूरी तरीके से तैयार है अगर ऐसा कोई मरीज आता है तो उसके जांच सैंपल और एतिहाद के रूप में समुचित व्यवस्था अस्पताल में की गई है।Body:वीओ: वाराणसी के भोजूबीर निवासी एक व्यक्ति चीन के जियोमेन शहर में नौकरी करता था और वह 23 जनवरी को भारत के लिए रवाना हुआ था। चीन से सीधे वह कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट पहुंचा था और वहां से फ्लाइट पकड़ कर लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट आया था। उसके स्वास्थ्य में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी लेकिन दो दिन पहले ही उसकी तबयत कुछ खराब हुई थी जिससे वह अपने परिजनों के साथ दीनदयाल अस्पताल में पहुंचा था। Conclusion:वीओ: अस्पताल में उसे कुछ देर के लिए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था जहां पर उसकी जांच की गयी और नमूने भी लिए गये। अस्पातल प्रशासन का दावा है कि इसके बाद उसकी स्थिति ठीक होने पर परिजनों के साथ वापस कर दिया। मरीज के नमूने लिए गये हैं जिसे जांच के लिए पुणे भेजा जा सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि कोराना वायरस के संदिग्ध मरीज के लिए दस बेड का वार्ड बनाया गया है। मरीज की जांच के लिए किट व मास्क आदि सब उपलब्ध है। अस्पताल में सदिग्ध मरीज आने के प्रश्र पर कहा कि इसे मरीज नहीं यात्री कहेंगे। चीन से वह व्यक्ति आया था वह रूटीन चेकअप के लिए यहां पर आया था। पुणे नमून भेजने व रिपोर्ट आने के प्रश्र पर कहा कि अभी तक कोई नमूना नहीं भेजा गया है। अस्पताल में पहली बार चीन से लौटे यात्री की जांच की गयी है।

बाइट: डा.वी शुक्ला सीएमएस , दीनदयाल राजकीय अस्पताल
Last Updated : Feb 29, 2020, 4:15 AM IST
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