बिश्केक: भारत ने बुधवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की यहां बैठक में पुलवामा आतंकी हमले के बारे में बात की, और कहा कि बाद में पड़ोसी देश श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों ने इस बुराई से लड़ने के लिए और अधिक प्रतिबद्ध किया.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एससीओ के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा कि 14 फरवरी के पुलवामा हमले का भारत का जख्म अभी भी भरा नहीं था कि ईस्टर रविवार को श्रीलंका में भयानक आतंकी हमले हो गए.
उन्होंने कहा, 'हमारा हृदय श्रीलंका में हमारे भाइयों और बहनों के साथ है, जहां हाल में भयानक आतंकी हमला हुआ था. पुलवामा हमले का हमारा घाव अभी हरा ही था तबतक पड़ोसी देश ने हमें अधिक दृढ़ता के साथ इस बुराई के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रतिबद्ध कर दिया.'
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन, जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम दिया था, जिसके आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरे एक वाहन को सीआरपीएफ के एक काफिले से टकरा दिया था, जिसमें 40 जवानों की मौत हो गई थी.
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एससीओ एक आठ सदस्यीय संगठन है, जिसमें भारत, चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और पाकिस्तान शामिल हैं.
स्वराज ने अपने संबोधन में एससीओ फ्रेमवर्क के अंदर व्यापक, सहकारी और सतत सुरक्षा के लिए सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.
उन्होंने कहा, 'हम विचारों का स्वागत करेंगे कि आरएटीएस (क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी ढांचे) को इस संबंध में कैसे अधिक प्रभावी बनाया जा सके.'
स्वराज ने अफगानिस्तान के विकास पर भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया.