नई दिल्ली: मुंबई में मेट्रो शेड बनाने के लिए आरे जंगलों की कटाई के खिलाफ देश मे जगह जगह आंदोलन तेज हो गए है. पिछले दो दिनों से पेड़ों को काटा जा रहा है जिसका नागरिक विरोध कर रहे है.
गौरतलब है कि कुछ लॉ स्टूडेंट्स ने पेड़ों को काटने के विरोध में भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई को एक ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में छात्रों ने न्यायाधीश से आरे जंगलों में पेड़ों की कटाई पर तुरंत हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है.
हालांकि गोगोई के छुट्टी पर होने की वजह से छात्र कल दोबारा सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं.
चिट्ठी के माध्यम से चीफ जस्टिस से गुहार
इस सब पर छात्र समूह का नेतृत्व कर रहे ऋषभ रंजन ने कहा कि हमने चिट्ठी के माध्यम से चीफ जस्टिस से गुहार की है कि उन्हें पता है कि न्यायाधीश छुट्टी पर हैं लेकिन इस तरह के मुद्दे पर अपना ध्यान आकर्षित करें.
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छात्रों ने कहा कि इसके लिए हमने एक चिट्ठी दी है जो याचिका का काम कर सकती है.
कटाई पर रोक लगाने की मांग
रंजन ने कहा कि उन्हें पता है कि इससे पहले भी दो याचिका सुप्रीम कोर्ट में लगी हुई थी, जब बॉम्बे हाई कोर्ट में केस चल रहा था.
इसके बाद हम याचिका के जरिये मुम्बई मेट्रो रेल, बीएमसी और मुम्बई पुलिस जो मिलकर पेड़ काट रही है, उस कटाई पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं.
ऋषभ रंजन ने बताया कि हमारे जो साथी है उनके मुताबिक प्रशासन लगभग 2100 पेड़ काट चुका है.