हुबली : कर्नाटक में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप दंग हो जाएंगे. कोरोना काल में जहां लोग मजबूरी में घर से बाहर निकल रहे हैं, वहीं, कक्षा 3 के 8 साल के छात्र ने 35 किमी. का सफर तय किया है. बता दें, इस छात्र ने टीचर को अपना होमवर्क दिखाने के लिए यरीबुडीहला गांव से हुबली तक का सफर तय किया.
नेटवर्क की समस्या से बाधित हो रही थी पढ़ाई
8 साल का पवन कांति, जो आवासीय स्कूल में कक्षा 3 का छात्र है. कोरोना काल की वजह से सभी स्कूल बंद चल रहे हैं. वहीं, बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसलिए सभी स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दिया. उसके विद्यालय ने भी ऑनलाइन पढ़ाई का रास्ता अपनाया, लेकिन पवन के गांव में नेटवर्क की समस्या होने से पढ़ाई बाधित हो रही थी.
मां ने टीचर को बताई पूरी बात
जानकारी के मुताबिक उसके माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं. इस वजह से वे लोग ऑनलाइन पढ़ाई का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे. वहीं, मन लगाकर पढ़ने वाले पवन ने अपनी मां से पढ़ाई के लिए कुछ व्यवस्था करने को कहा. पढ़ाई में रुचि लेने वाले बेटे पवन की मां पार्वती एकदिन उसे उसकी टीचर अनुसूया सज्जन के पास ले गईं और उनको पूरी बात बताई.
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माता-पिता के साथ तय किया 35 किमी. का सफर
8 साल के छात्र पवन की मजबूरी देखते हुए टीचर अनुसूया ने उसे पूरे एक महीने का होमवर्क दे दिया. पवन ने समय की नजाकत को देखते हुए मन लगाकर एक महीने के अंदर होमवर्क पूरा कर लिया. इसके बाद पवन अपने माता-पिता के साथ कुंडागोला तालुक के यारीबुडीहला गांव से हुबली तक बस से 35 किमी का सफर तय करके टीचर के पास पहुंचा. बता दें, पवन कांति के माता-पिता बेटे की पढ़ाई के प्रति रुचि देखकर बहुत खुश हैं.