नई दिल्ली : विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने बुधवार को कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए मजबूत और स्थिर पूर्वोत्तर महत्वपूर्ण है. सरकार इन राज्यों में आधारभूत ढांचे और संपर्क को बेहतर बनाने तथा वृहद क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में काम कर रही है. श्रृंगला ने ‘आत्मनिर्भर भारत : रोजगार और कौशल के संदर्भ में पूर्वोत्तर भारत’ विषय पर वेबिनार में हिस्सा लेते हुए कहा कि सरकार की इस क्षेत्र के लिए एक दृष्टि है, जो तीन ‘सी’ से अभिव्यक्त होती है. इसमें संपर्क, वाणिज्य और सांस्कृतिक समानता के आयाम शामिल हैं.
आधारभूत ढांचे और संपर्क को बेहतर बनाने पर हो रहा काम
विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने कहा कि पड़ोसियों और मित्रों के साथ गठजोड़ के माध्यम से हम उत्तर पूर्व के राज्यों में आधारभूत ढांचे और संपर्क को बेहतर बनाने तथा वृहद क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में काम कर रहे हैं. श्रृंगला ने इस संदर्भ में जापान, बांग्लादेश जैसे देशों के सहयोग से संपर्क बढ़ाने और पूर्वोत्तर के राज्यों में आर्थिक आधुनिकीकरण सुनिश्चित करने कर दिशा में उठाए गए कदमों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अखैरा और त्रिपुरा के अगरतला के बीच एक नई रेल लाइन पर काम चल रहा है.
इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड फाइनांशियल एनालिस्ट आफ इंडिया विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैत्री और बंधन एक्सप्रेस के जरिए अब न केवल दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे देश में यात्रा कर सकते हैं बल्कि शिलांग और ढाका तथा ढाका होते हुए अगरतला से कोलकाता के बीच बस सेवाओं का भी उपयोग कर सकते हैं.
उन्होंने बांग्लादेश और पूर्वोत्तर के बीच अंतर जल परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हम कालादान बहुआयामी परिवहन परियोजना तथा भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिस्तरीय राजमार्ग परियोजना पर काम कर रहे हैं.
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