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लॉकडाउन : अजीबो-गरीब फोन कॉल से परेशान डायल-100 कार्यालय - corona virus in bihar

पुलिस प्रशासन लॉकडाउन के दौरान लगातार अपनी सेवाएं दे रहा है. ऐसे में डायल-100 के पास अजीबो-गरीब फोन कॉल आ रही हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

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Published : Apr 18, 2020, 4:58 PM IST

पटना : देशभर में लॉकडाउन लागू है. लोग अपने घरों में जमे हुए हैं. कोरोना वायरस से बचाव के लिए ऐसा करना बेहद जरूरी है. इन सबके बीच पुलिसकर्मी 24x7 अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. ऐसे में बात करें डायल-100 की, तो यह सेवा भी सक्रिय है. लेकिन जहां सबकुछ लॉकडाउन है, वहां डायल-100 कार्यालय में अजीबो-गरीब फोन कॉल आ रही हैं.

किसी के मोबाइल का रिचार्ज खत्म हो गया है, तो किसी का डीटीएच रिचार्ज. वहीं, किसी के घर पानी नहीं आ रहा है. ऐसी तमाम फोन कॉल पटना के गांधी मैदान स्थित पुलिस कार्यालय में रिसीव की जा रही हैं. हर रोज लोगों की कुछ ऐसी ही समस्याओं का समाधान पुलिसकर्मी कर रहे हैं. पुलिस पूरी तरह से ऐसे कॉल्स का समाधान कर अपनी बड़ी भूमिका अदा कर रही है.

अपराध ग्राफ घटा
लॉकडाउन के दौरान डायल-100 पर प्रदेशभर से तकरीबन दो हजार फोन कॉल्स आ रही हैं. सभी को हार्ड कॉपी और कंप्यूटर के माध्यम से रिकॉर्ड के रूप में रखा जा रहा है. डायल-100 प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि क्राइम से संबंधित फोन कॉल कम आ रही हैं. वहीं, लोगों की समस्याओं से भरे कॉल ज्यादा. मनोज की मानें, तो लोग सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन, कोरोना वायरस संबंधी और फंसे होने को लेकर फोन कर रहे हैं.

फोन और डीटीएच रिचार्ज के लिए काल
डायल-100 में कार्यरत प्रभारी मनोज बताते हैं कि लॉकडाउन के इस दौर में डायल-100 के पुलिसकर्मी एक तरफ तो लोगों को मदद कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ लोग डायल-100 में मौजूद पुलिसकर्मियों से फोन रिचार्ज करने और डीटीएच रिचार्ज संबंधी जानकारी मांगने से नहीं हिचक रहे हैं. अमूमन डायल-100 में प्रतिदिन एक दो कॉल इस संबंध में आ ही जाते हैं.

लॉकडाउन के पहले की स्थिति
डायल-100 प्रभारी मनोज ने बताया कि अमूमन दिसंबर से फरवरी के बीच हर महीने 4 से 5 हजार कॉल अपराध और अन्य सूचनाओं से संबंधित आते थे. मार्च से लेकर अब तक अब कॉल आने का अंदाज भी बदल गया है. अब लोग यहां कोरोना से संबंधित जानकारियों के लिए कॉल करते हैं तो किसी को भोजन की जरूरत होती है. तो वह डायल हंड्रेड को फोन कर इसकी जानकारी देता है. डायल हंड्रेड के लोगों को सूचना मिलते ही संबंधित थाना प्रभारियों को इसकी जानकारी दी जाती है.

  • दिसंबर में डायल-100 ने कुल 42 हजार फोन कॉल रिसीव की.
  • जनवरी में यह आंकड़ा 38 हजार रहा.
  • फरवरी में 31 हजार 900 फोन कॉल लोगों ने डायल-100 को की.

वहीं लॉकडाउन की अवधि में, 22 मार्च से 31 मार्च तक कुल 12 हजार कॉल कोरोना और भोजन मिलने की जानकारी से संबंधित रिसीव किए गए.
हालांकि, इनमें भी रोज एक-दो कॉल मोबाइल रिचार्ज डीटीएच रिचार्ज से संबंधित रहे.

सीसीटीवी से रखी जा रही निगरानी
डायल-100 कार्यालय में एक शिफ्ट में 15 महिला और पुरुष पुलिसकर्मी संयुक्त रूप से लोगों की समस्या का समाधान कर रहे हैं. इसके साथ ही सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में एक शिफ्ट में आठ पुलिस के जवान मुस्तैदी के साथ विभिन्न इलाकों पर अपनी पैनी निगाह तीसरी आंख के जरिए बनाकर रखते हैं.

यह भी पढ़ें- 7 दिनों में कोरोना से जंग जीत सकता है 'नालंदा मॉडल', पढ़ें ये रिपोर्ट

लॉकडाउन के दौरान लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस प्रशासन उनकी मदद कर रहा है. लेकिन यहां लोगों को यह बात समझनी होगी कि डायल-100 एक इमरजेंसी सेवा है. क्राइम या बड़ी मुसीबत के समय ही इस सेवा का प्रयोग उन्हें करना चाहिए. न कि फोन रिचार्ज, डीटीएच और टोटी टूट जाने जैसी समस्याओं को लेकर.

पटना : देशभर में लॉकडाउन लागू है. लोग अपने घरों में जमे हुए हैं. कोरोना वायरस से बचाव के लिए ऐसा करना बेहद जरूरी है. इन सबके बीच पुलिसकर्मी 24x7 अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. ऐसे में बात करें डायल-100 की, तो यह सेवा भी सक्रिय है. लेकिन जहां सबकुछ लॉकडाउन है, वहां डायल-100 कार्यालय में अजीबो-गरीब फोन कॉल आ रही हैं.

किसी के मोबाइल का रिचार्ज खत्म हो गया है, तो किसी का डीटीएच रिचार्ज. वहीं, किसी के घर पानी नहीं आ रहा है. ऐसी तमाम फोन कॉल पटना के गांधी मैदान स्थित पुलिस कार्यालय में रिसीव की जा रही हैं. हर रोज लोगों की कुछ ऐसी ही समस्याओं का समाधान पुलिसकर्मी कर रहे हैं. पुलिस पूरी तरह से ऐसे कॉल्स का समाधान कर अपनी बड़ी भूमिका अदा कर रही है.

अपराध ग्राफ घटा
लॉकडाउन के दौरान डायल-100 पर प्रदेशभर से तकरीबन दो हजार फोन कॉल्स आ रही हैं. सभी को हार्ड कॉपी और कंप्यूटर के माध्यम से रिकॉर्ड के रूप में रखा जा रहा है. डायल-100 प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि क्राइम से संबंधित फोन कॉल कम आ रही हैं. वहीं, लोगों की समस्याओं से भरे कॉल ज्यादा. मनोज की मानें, तो लोग सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन, कोरोना वायरस संबंधी और फंसे होने को लेकर फोन कर रहे हैं.

फोन और डीटीएच रिचार्ज के लिए काल
डायल-100 में कार्यरत प्रभारी मनोज बताते हैं कि लॉकडाउन के इस दौर में डायल-100 के पुलिसकर्मी एक तरफ तो लोगों को मदद कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ लोग डायल-100 में मौजूद पुलिसकर्मियों से फोन रिचार्ज करने और डीटीएच रिचार्ज संबंधी जानकारी मांगने से नहीं हिचक रहे हैं. अमूमन डायल-100 में प्रतिदिन एक दो कॉल इस संबंध में आ ही जाते हैं.

लॉकडाउन के पहले की स्थिति
डायल-100 प्रभारी मनोज ने बताया कि अमूमन दिसंबर से फरवरी के बीच हर महीने 4 से 5 हजार कॉल अपराध और अन्य सूचनाओं से संबंधित आते थे. मार्च से लेकर अब तक अब कॉल आने का अंदाज भी बदल गया है. अब लोग यहां कोरोना से संबंधित जानकारियों के लिए कॉल करते हैं तो किसी को भोजन की जरूरत होती है. तो वह डायल हंड्रेड को फोन कर इसकी जानकारी देता है. डायल हंड्रेड के लोगों को सूचना मिलते ही संबंधित थाना प्रभारियों को इसकी जानकारी दी जाती है.

  • दिसंबर में डायल-100 ने कुल 42 हजार फोन कॉल रिसीव की.
  • जनवरी में यह आंकड़ा 38 हजार रहा.
  • फरवरी में 31 हजार 900 फोन कॉल लोगों ने डायल-100 को की.

वहीं लॉकडाउन की अवधि में, 22 मार्च से 31 मार्च तक कुल 12 हजार कॉल कोरोना और भोजन मिलने की जानकारी से संबंधित रिसीव किए गए.
हालांकि, इनमें भी रोज एक-दो कॉल मोबाइल रिचार्ज डीटीएच रिचार्ज से संबंधित रहे.

सीसीटीवी से रखी जा रही निगरानी
डायल-100 कार्यालय में एक शिफ्ट में 15 महिला और पुरुष पुलिसकर्मी संयुक्त रूप से लोगों की समस्या का समाधान कर रहे हैं. इसके साथ ही सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में एक शिफ्ट में आठ पुलिस के जवान मुस्तैदी के साथ विभिन्न इलाकों पर अपनी पैनी निगाह तीसरी आंख के जरिए बनाकर रखते हैं.

यह भी पढ़ें- 7 दिनों में कोरोना से जंग जीत सकता है 'नालंदा मॉडल', पढ़ें ये रिपोर्ट

लॉकडाउन के दौरान लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस प्रशासन उनकी मदद कर रहा है. लेकिन यहां लोगों को यह बात समझनी होगी कि डायल-100 एक इमरजेंसी सेवा है. क्राइम या बड़ी मुसीबत के समय ही इस सेवा का प्रयोग उन्हें करना चाहिए. न कि फोन रिचार्ज, डीटीएच और टोटी टूट जाने जैसी समस्याओं को लेकर.

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