नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार ने गुरुवार को शपथ ली. इसमें अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी समेत छह महिला मंत्रियों ने शपथ ली है.
नई सरकार में महिला मंत्रियों की संख्या पिछली सरकार की तुलना में कम है. हालांकि, 2014 के मुकाबले 2019 में अधिक महिला सांसद चुन कर आई हैं. मोदी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में आठ महिला मंत्री शामिल थीं.
स्मृति ईरानी के अलावा शपथ लेने वाली महिला मंत्रियों में बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल और भाजपा की निर्मला सीतारमण भी शामिल हैं. ये पिछली बार भी मंत्रीमंडल में शामिल थीं.
स्मृति ईरानी
43 साल की स्मृति ने लोकसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पराजित किया. वे 2014 में इस सीट से हार गई थीं. स्मृति को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है. इसके साथ ही पिछली बार कि तरह ही इस बार फिर से कपड़ा मंत्रालय मिला है. पिछली बार मेनका गांधी के पास महिला एवं बाल विकास मंत्रालय था.
हरसिमरत कौर बादल
हरसिमरत कौर बादल अकाली दल से बठिंडा का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. वे पिछली बार की तरह ही इस बार भी चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंची हैं. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय हरसिमरते को दिया गया है.
निर्मला सीतारमण
सीतारमण पिछली सरकार में रक्षा मंत्री थी और वे राज्यसभा सदस्य हैं. निर्मला सीतारमण को इस बार वित्त मंत्री बनाया गया है, पिछली बार अरुण जेटली वित्त मंत्री थे.
साध्वी निरंजन ज्योति
फतेहपुर से सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. वे साल 2014 में भी लोकसभा चुनाव जीत कर मंत्रिपरिषद में शामिल हुई थीं. राज्य ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया है. यह पद पहले भी इनके ही पास था.
रेणुका सिंह सरूता
छत्तीसगढ़ की सरगुजा सीट से लोकसभा चुनाव जीत कर रेणुका सिंह सरूता सांसद बनी हैं और मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री चुनी गई हैं. राज्य जनजातीय मामलों का मंत्रालय इन्हे दिया गया है.
देबाश्री चौधरी
पश्चिम बंगाल के रायगंज से सांसद देबाश्री चौधरी को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है. वे भी राज्यमंत्री हैं. राज्य महिला एवं बाल विकास मंत्रालय इन्हे दिया गया है.
पिछली बार मंत्री मंडल में शामिल रहीं सुषमा स्वराज, उमा भारती, मेनका गांधी और अनुप्रिया पटेल को मंत्रिपरिषद में स्थान नहीं मिला है. सुषमा और उमा भारती ने इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था.