कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर में युवतियों का धर्मांतरण कर निकाह कराने के मामले में पुलिस लव जिहाद के आरोप से किनारा कर रही है. कानपुर में शालिनी यादव से फिजा बनी युवती का मामला भी तूल पकड़ रहा है. शालिनी के परिजनों का आरोप है कि उनकी बहन को बहला-फुसला कर लव जिहाद का शिकार बनाया गया है.
बता दें कि बीते दो माह में यहां पांच युवतियों के घर से गायब होने के मामले सामने आए हैं.
वहीं शालिनी यादव के परिजनों का कहना है कि उनकी बहन अकेली नहीं है, जिनके साथ यह हुआ है. इलाके में ऐसे ही कई मामले सामने आए हैं. खास बात यह है कि सभी मामलों में लड़के जूही लाल कॉलोनी के हैं.
परिजनों का कहना है कि जूही में सुनियोजित तरीके से एक गैंग काम कर रहा है, जो धर्मांतरण करा रहा है. शालिनी के भाई विकास का कहना है कि फैसल जूही लाल कॉलोनी का रहने वाला है.
गौर हो कि इसी तरह एक मुकदमा कल्याणपुर में दो जुलाई को हुआ था. इसमें आवास-विकास निवासी दो सगी बहनों को बहला फुसलाकर शाहरुख पुत्र कमाल और खलील अपने साथ ले गए थे.
वहीं तीसरा मामला पनकी रतनपुर कॉलोनी का है,.यहां की एक युवती व उसकी छोटी बहन को जूही लाल कॉलोनी के मोहम्मद मोसीन ने प्रेम जाल में फंसाया. समय रहते छोटी बहन सतर्क हुई तो मामला खुल गया.
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अब दो परिवारों ने आईजी से मिलकर गुहार लगाई है. आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है और जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया जा रहा है.