नई दिल्ली : पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद से ही पार्टी ने टीएमसी को आक्रामक तरीके से घेरने की योजना बनाई है. इसी योजना के तहत आज भारतीय जनता पार्टी के बंगाल के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल भी चुनाव आयोग से राज्य सरकार के खिलाफ शिकायत करने पहुंचा था. आने वाले दिनों में भी यदि फिर ऐसी हिंसा पश्चिम बंगाल में होती है तो भारतीय जनता पार्टी अपने आक्रामक रूप में नजर आ सकती है.
अब करो या मरो की स्थिति
पश्चिम बंगाल की लड़ाई में भारतीय जनता पार्टी अब करो या मरो की स्थिति में पहुंच चुकी है. पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं को पश्चिम बंगाल में लगातार डटे रहने और पश्चिम बंगाल से किसी हालत में भी नहीं हटने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढाते रहने के निर्देश दिए गए हैं. एक के बाद एक भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में टीएमसी छोड़कर आने वाले नेताओं की भी संख्या बढ़ती जा रही है. इसे लेकर टीएमसी में बौखलाहट भी बढ़ती जा रही है. टीएमसी के बागी एमएलए शुभेंदु अधिकारी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की खबरें आ रही हैं और वह शुक्रवार को अमित शाह के सामने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं.
टीएमसी सरकार फेल हो गई
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को लेकर टीएमसी के नेता काफी असंतुष्ट हैं. इसका पूरा फायदा भारतीय जनता पार्टी उठाना चाहती है. इस मामले पर फोन पर बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता राज की अराजकता और अलोकतांत्रिक नीतियों से भाजपा जनता को अवगत करा रही है. सरकार के कामकाज और मुस्तैदी की परीक्षा हमेशा संकटकाल में होती है. हाल ही में आए समुद्री तूफान अंफान और कोरोना संक्रमण टीएमसी सरकार की ऐसी ही परीक्षा थी, जिसमें वह फेल हो गई है. अब जनता को भरमाने से काम नहीं चलेगा.