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शिवराज ने चौथी बार संभाली मध्य प्रदेश की कमान, पीएम ने दी बधाई - shivraj singh to take oath as madhya pradesh cm

शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. शिवराज सिंह को राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में शपथ दिलाई.

शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान
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Published : Mar 23, 2020, 2:40 PM IST

Updated : Mar 23, 2020, 10:40 PM IST

नई दिल्ली/भोपाल : शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. इससे पहले भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में शिवराज को विधायक दल का नेता चुना गया.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'शिवराज चौहान ने मध्यप्रदेश के सीएम पद की शपथ ली. वह एक सक्षम और अनुभवी प्रशासक हैं, जो राज्य के विकास के बारे में बेहद भावुक हैं. राज्य को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उन्हें शुभकामनाएं.

pm modi
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

विधायकों की आज शाम छह बजे पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई गई थी. शाम करीब 7.25 बजे औपचारिक बैठक के बाद शिवराज को लिए विधायक दल का नेता चुना गया.

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को मध्य प्रदेश भाजपा विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश भाजपा विधायक दल की बैठक को संचालित किया.

भाजपा सूत्रों ने बताया कि सीएम पद की रेस में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा भी थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान के नाम पर मुहर लगाई है.

शिवराज सिंह चौहान 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं. आज उन्होंने चौथी बार सीएम पद की शपथ ली. मध्यप्रदेश के इतिहास में पहला मौका है, जब किसी नेता ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रह चुके हैं.

मध्य प्रदेश : राज्यपाल ने दिलाई शिवराज को शपथ, चौथी बार बने सीएम

बता दें कि कांग्रेस के 22 विधायकों के बगावत करने और सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 मार्च को पद से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद से राज्यपाल के कहने पर कमलनाथ कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहे थे.

भाजपा सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते राज्य में कई प्रतिबंध लगाए गए. इसलिए भाजपा ने विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों को अकेले पार्टी दफ्तर आने को कहा गया.

नई दिल्ली/भोपाल : शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री बनने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दीं. इससे पहले भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में शिवराज को विधायक दल का नेता चुना गया.

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'शिवराज चौहान ने मध्यप्रदेश के सीएम पद की शपथ ली. वह एक सक्षम और अनुभवी प्रशासक हैं, जो राज्य के विकास के बारे में बेहद भावुक हैं. राज्य को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उन्हें शुभकामनाएं.

pm modi
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

विधायकों की आज शाम छह बजे पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बैठक बुलाई गई थी. शाम करीब 7.25 बजे औपचारिक बैठक के बाद शिवराज को लिए विधायक दल का नेता चुना गया.

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह को मध्य प्रदेश भाजपा विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश भाजपा विधायक दल की बैठक को संचालित किया.

भाजपा सूत्रों ने बताया कि सीएम पद की रेस में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा भी थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान के नाम पर मुहर लगाई है.

शिवराज सिंह चौहान 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं. आज उन्होंने चौथी बार सीएम पद की शपथ ली. मध्यप्रदेश के इतिहास में पहला मौका है, जब किसी नेता ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रह चुके हैं.

मध्य प्रदेश : राज्यपाल ने दिलाई शिवराज को शपथ, चौथी बार बने सीएम

बता दें कि कांग्रेस के 22 विधायकों के बगावत करने और सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 मार्च को पद से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद से राज्यपाल के कहने पर कमलनाथ कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर काम कर रहे थे.

भाजपा सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते राज्य में कई प्रतिबंध लगाए गए. इसलिए भाजपा ने विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों को अकेले पार्टी दफ्तर आने को कहा गया.

Last Updated : Mar 23, 2020, 10:40 PM IST

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