नई दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान पवार ने महाराष्ट्र में बेमौसम बाारिश के कारण पैदा हुए कृषि संकट के मद्देनजर किसानों को राहत पहुंचाने के लिए उनसे तत्काल हस्तक्षेप की मांग की. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी इस बैठक में मौजूद थीं.
प्रधानमंत्री और पवार की यह मुलाकात महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बनी अनिश्चितता के बीच हुई है. सरकार बनाने के लिए राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना के बीच पिछले कई दिनों से बातचीत चल रही है, हालांकि अभी कोई नतीजा नहीं निकला है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें राज्य के किसानों की समस्याओं के बारे में अवगत कराया. पवार ने तीन पृष्ठों के एक ज्ञापन में कहा कि नासिक जिले में सोयाबीन, धान, मक्का, बाजरा और टमाटर, प्याज जैसी सब्जियों की फसलें अंतिम चरण में थीं, लेकिन बेमौसम भारी बारिश से वे पूरी तरह बर्बाद हो गयीं.
उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीनों में नासिक के 44 किसानों ने आत्महत्या की है.
राकांपा प्रमुख ने कहा, 'इस साल महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश के कारण 54.22 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र की फसलों को नुकसान पहुंचा है. इस अप्रत्याशित हालात का जायजा लेने के लिए मैंने एक नवंबर को नासिक और 14 नवंबर को नासिक का दौरा किया.'
उन्होंने कहा, 'मैंने जो अनुभव किया वो बहुत दर्दनाक और भयावह है. मैंने जो अनुभव किया वो आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं.' पवार ने कहा, 'राज्य में राष्ट्रपति शासन लगे होने की वजह से आपके तत्काल हस्तक्षेप की बहुत जरूरत है. अगर परेशान किसानों को राहत पहुंचाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाते हैं तो मैं आपका बहुत आभारी रहूंगा.'
इसे भी पढ़ें- महाराष्ट्र : कांग्रेस-एनसीपी की बैठक आज, उद्धव ठाकरे ने 22 को बुलाई बैठक
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद भाजपा और शिवसेना ने अलग-अलग रास्ता अख्तियार कर लिया है. इसके बाद शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के पास पहुंची. हालांकि अबतक कई दौर की बातचीत के होने के बाद भी अभी तक तीनों पार्टियों के बीच सरकार गठन को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. इस दौरान पवार-मोदी मुलाकात को कई राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा सकते है.