नई दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद जारी है. सरकार बनाने को लेकर आज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से दिल्ली में मुलाकात की. मुलाकात के बाद पवार ने कहा कि सोनिया गांधी से मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई. शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. फिलहाल कांग्रेस और एनसीपी के बीच रणनीतिक चर्चा जारी है. शिवसेना के साथ सवाल पर उन्होंने कहा कि हम तो सबके साथ हैं.
एनसीपी चीफ ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी नेता महाराष्ट्र के हालात का जायजा लेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के नेताओं की राय लेंगे, जिसके बाद कोई फैसला लिया जाएगा.
दोनों के बीच साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर चर्चा होने की संभावना है. सूत्रों का कहना है कि सोनिया और पवार की इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार के गठन से जुड़ी तस्वीर साफ हो सकती है.
शिवसेना ने कहा है कि तीनों पार्टियां साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर सहमत हो गई हैं और जल्द सरकार बन जाएगी.
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वाडेट्टीवार ने कहा,'कांग्रेस और एनसीपी चुनाव से पहले भी गठबंधन में थी. दोनों पार्टियां जो भी करेंगी मिलकर करेंगी. महाराष्ट्र में इस समय जो भी हालात है उसके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है.उन्होंने शिवसेना के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया था तो उन्हें में सरकार बनानी चाहिए थी.'
विजय वाडेट्टीवार ने कहा, 'महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने के मामले पर दोनों पार्टियों के उच्च नेतृत्व को फैसला लेना है. दोनों पार्टियों के अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगे वही आखरी फैसला होगा. हम लोग केवल उनके आदेश का पालन करेंगे.'
हालांकि शरद पवार ने कहा था, 'भाजपा और शिवसेना साथ मिलकर लड़े. इन दोनों को अपना रास्ता चुनना होगा और हम लोग अपनी राजनीति करेंगे.'
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि एनसीपी सरकार बनाने को तैयार है, लेकिन अंतिम फैसला कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद लिया जाएगा.
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मलिक ने कहा 'बैठक में महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति पर गहन चर्चा हुई और यह फैसला किया गया कि राज्य में राष्ट्रपति शासन जल्द से जल्द खत्म हो और कोई वैकल्पिक सरकार का गठन किया जाए.'