नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता अहमद पटेल की मुलाकात एक सड़क निर्माण के मुद्दे को लेकर हुई है. इसका कोई राजनीतिक निहितार्थ नही निकाला जाना चाहिए. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बुधवार को ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कुछ ऐसा ही संकेत दिया. शाहनवाज ने राम मंदिर, महाराष्ट्र चुनावी गतिरोध और नेहरू मेमोरियल जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखे.
शाहनवाज हुसैन ने महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर जारी गतिरोध के संदर्भ में कहा कि राज्य में शिवसेना-बीजेपी को जनादेश मिला है और दोनों दल तय समयसीमा के अंदर ही सरकार बना लेंगे. उन्होंने साथ ही यह भी दावा भी किया कि मुलाकातों का सिलसिला भले ही चले, लेकिन सरकार समय सीमा के अंदर बन जाएगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय जाकर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिलने पर राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा, 'जनादेश हमें मिला है. हम तय समयसीमा में सरकार बना लेंगे. महाराष्ट्र की जनता को जल्दी ही चुनी हुई सरकार दी जाएगी और वह सरकार शिवसेना और भाजपा की ही होगी.'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और गडकरी की भेंट के बाद लगायी जा रहीं अटलकों पर भाजपा प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि गडकरी एक केंद्रीय मंत्री हैं और उनसे कोई भी मुलाकात कर सकता है, चाहे वह विपक्ष का नेता ही क्यों ना हो.
वहीं नेहरू मेमोरियल ट्रस्ट से कांग्रेस के सभी सदस्यों को हटा कर उसमें भाजपा नेताओं को शामिल किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेहरू किसी परिवार या पार्टी के नेता नहीं थे, देश के नेता थे, ट्रस्ट में काफी प्रतिष्ठित लोगों को शामिल किया गया है, जो काफी योगदान करेंगे.
शाहनवाज ने कहा कि नेहरू मेमोरियल किसी परिवार का संस्थान नहीं है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि गांधी परिवार सत्ता में नहीं बेल पर है.
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राम मंदिर के मुद्दे पर हुसैन ने कहा कि मंगलवार को भाजपा ने सभी अल्पसंख्यक समुदाय के धर्मगुरुओं की एक बैठक बुलायी थी. उसमें वह भी शामिल हुए. सभी धर्मगुरुओं ने सर्वसम्मति से सरकार को आश्वासन दिया कि कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, उसे सम्मानित तरीके से माना जाएगा और सौहार्द बढ़ाया जाएगा.