अहमदाबाद : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को फिर कहा कि अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद 'कश्मीर में एक भी गोली नहीं' चलाई गई और न ही किसी की मौत होने की कोई सूचना है.
बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर पुनर्गठन कानून, 2019 के प्रभावी होने में अब एक सप्ताह से भी कम समय रह गया है.
दरअसल शाह ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस कदम के कारण आतंकवादियों को अपने अंतिम दिनों की गिनती शुरू करनी पड़ी.
उन्होंने कहा, 'मैं आपको आश्वासन देना चाहूंगा कि (अनुच्छेद) 370 और 35 (ए) के हटाने से कश्मीर के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ है. इसके साथ ही कश्मीर में आतंकवादियों ने अपने अंतिम दिन गिनने शुरू कर दिये हैं.'
शाह ने कहा, 'कांग्रेस नेताओं ने संसद में कहा था कि खून-खराबा होगा. मैं उन्हें बताना चाहूंगा, ऐसा कुछ नहीं हुआ है. न तो कोई गोली चलाई गयी और न ही किसी मौत की सूचना है. कश्मीर शांति से विकास के रास्ते पर है.'
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'कश्मीर को हमेशा के लिए भारत में विलय कर दिया'
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35 (ए) हटाने से कश्मीर का हमेशा के लिए भारत के साथ विलय में मदद मिली. यह कदम भारत के पहले गृह मंत्री दिवंगत सरदार पटेल के सपने को पूरा करने का एक तरीका है.
शाह ने कहा कि सरदार पटेल ने देसी रियासतों को भारत में विलय किया, लेकिन कश्मीर छूट गया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में उस सपने को पूरा करने के लिए इन अनुच्छेदों को रद कर दिया.
उन्होंने कहा, 'पांच और छह अगस्त को, नरेंद्र भाई ने अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को हटा दिया और कश्मीर को हमेशा के लिए भारत में विलय कर दिया.'
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'लौह पुरुष का 70 वर्षों से अपमान'
शाह ने दावा किया कि गुजरात के केवडिया में 182 मीटर ऊंची 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' प्रतिमा भारत के 'लौह पुरुष के 70 वर्षों के अपमान' को दुरुस्त करने का एक तरीका है.
उन्होंने कहा, ''जब कोई व्यक्ति केवडिया में सरदार पटेल की प्रतिमा को देखता है तो उसे पता चलता है कि 70 साल से सरदार साहब को मिले अपमान को किस तरह ब्याज के साथ वापस किया गया. आज 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देश का एक ऐसा स्थान बन गया है, जहां सबसे अधिक संख्या में पर्यटक आते हैं.''
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एकता की शपथ दिलाने के लिए फिर स्मारक का दौरा करेंगे.
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प्रधानमंत्री की सराहना की
पाकिस्तान समर्थित आतंकी शिविरों के खिलाफ सर्जिकल और हवाई हमलों के लिए प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए भाजपा प्रमुख ने कहा कि ये कदम उन जवानों का बदला लेने के लिए थे, जो देश की सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आतंकियों की गोलियों के शिकार हो गये थे.
शाह ने जोर दिया कि मोदी ने दुनिया को 'भारतीय प्रधानमंत्री की राय' के महत्व का एहसास कराया.
गौरतलब है कि शाह विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने तथा अपने गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) और विधवा योजना का लाभ लाभार्थियों को वितरित करने के लिए अहमदाबाद और पास के साणंद में थे.
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परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
शाह ने इसके साथ शनिवार को अहमदाबाद नगर निगम और अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण की लगभग 800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. 5,532 विधवाओं को पेंशन योजना के लाभ वितरित किये गये वहीं 172 परिवारों को पीएमएवाई के तहत घर आवंटित किये गये.
शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, 'जिन्होंने 70 साल तक देश पर शासन किया, वे जरूरतमंदों को ये बुनियादी सुविधाएं (स्वास्थ्य, सिलेंडर, शौचालय, घर) प्रदान नहीं कर सके.'
आयुष्मान भारत, शौचालय, उज्ज्वल भारत के तहत एलपीजी गैस सिलेंडर आदि योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में देश की जनता ने बदलाव का फैसला किया. भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने और पांच साल के भीतर, मोदी और भाजपा सरकार ने सुनिश्चित किया कि लोगों को ये सुविधाएं मुहैया हों.
शाह ने कहा, 'विपक्ष हमारी आलोचना करता है, जिसका मैं स्वागत करता हूं, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि इस देश में चार पीढ़ियों तक शासन करने के बावजूद वे लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में क्यों नाकाम रहे.'