नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद राष्ट्रीय राजधानी में हालात पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को एक बैठक की.
बैठक के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा सब लोग चाहते हैं कि हिंसा रूकनी चाहिए, हिंसा से किसी का भी भला नहीं हो रहा. गृह मंत्री के साथ बैठक बहुत सकारात्मक रही, जिसमें पार्टी पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर सबने यह तय किया कि यह हमारी सबकी दिल्ली का मामला है और हम सब मिलकर दिल्ली में शांति बहाल करेंगे.
केजरीवाल ने कहा कि जरूरत पड़ने पर सेना को बुलाया जाएगा, लेकिन अभी पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है ... हमें आश्वासन दिया गया है आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में अलग अलग स्थानों पर हुई हिंसा में एक हैड कॉन्स्टेबल सहित सात लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
गृह मंत्री की बैठक में उप राज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, भाजपा के नेता मनोज तिवारी और रामवीर बिधूड़ी शामिल हुए.
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार भी बैठक में मौजूद थे.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि शाह ने दिल्ली के हालात पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है. इससे पहले शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार रात को भी एक बैठक की थी.
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गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भड़की हिंसा में एक हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो गई. हिंसा में कम से कम 50 लोग घायल हो गए जिनमें अर्द्धसैन्य एवं दिल्ली पुलिस के कई कर्मी भी शामिल हैं.
उग्र प्रदर्शनकारियों ने घरों, दुकानों, वाहनों और एक पेट्रोप पंप में आग लगा दी थी.