देहरादून: उत्तराखंड के खटीमा नगर में फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए युवकों को भर्ती कराने का फर्जीवाड़ा सामने आया है, जहां एक गिरोह पैसे लेकर इन युवकों को आर्मी में भर्ती कराने की फिराक में था. इस दौरान आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस गिरोह का सरगना मौके से फरार बताया जा रहा है.
बता दें कि 21 सितंबर से चल रही 6 जिलों की सेना भर्ती में चौथे दिन इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है. इस दौरान यूपी के विभिन्न जिलों से आये सात युवकों को आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने फर्जी दस्तावेजों के साथ धर दबोचा है. बताया जा रहा है कि सेना में भर्ती होने आये युवक यूपी के शाहजहांपुर, बुलंदशहर और गाजियाबाद सहित विभिन्न जिलों के निवासी हैं.
पूछताछ में पता चला कि इन युवकों से पैसे लेकर इन्हें फर्जी दस्तावेज मुहैया कराए गए थे. युवकों ने गिरोह के सरगना का नाम महेंद्र बताया है, जो कि यूपी का ही रहने वाला है. फिलहाल, मुख्य आरोपी महेंद्र पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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पुलिस के मुताबिक, महेंद्र ने युवकों से डेढ से पांच लाख रुपये लेकर सेना में भर्ती कराने की बात कही थी. साथ ही उन्हें विभिन्न जिलों के फर्जी निवास व जाति प्रमाण-पत्र बनाकर दिए थे. सभी युवकों को हिरासत में लिया गया है. जबकि, आरोपी महेंद्र की तलाश की जा रही है.