नई दिल्ली : भारत को आत्मनिर्भर बनाने और मौजूदा विश्व के आर्थिक हालात के मद्देनजर देश को और ज्यादा बेहतर स्थिति में लाने की कवायद तेज कर दी गई है और यह कवायद खुद प्रधानमंत्री के निगरानी में चल रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान पर खुद नजर बनाए हुए हैं और पिछले एक महीने में इस मुद्दे पर अलग-अलग कैबिनेट बैठकों में चर्चा कर चुके हैं.
इस संबंध में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि आत्मनिर्भर भारत एक महत्वपूर्ण अभियान है और इसके महत्व को इसी से समझा जा सकता है कि पीएम मोदी खुद इस अभियान पर नजर बनाए हुए हैं और समय-समय पर अपने सहयोगी मंत्रियों के साथ भी इससे संबंधित राय लेते रहते हैं.
विजय सोनकर ने बताया कि पीएम मोदी आत्मनिर्भर भारत अभियान को लेकर लगातार बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा अभियान है जो देश को न सिर्फ आत्मनिर्भर बल्कि स्वाभिमानी और स्वावलंबी भी बनाएगा.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है, जिस तरह से प्रधानमंत्री इस अभियान में विशेष रुचि रख रहे हैं उससे यह अभियान जरूर सफल होगा.'
उल्लेखनीय है कि आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़ी बैठक में एक राज्यमंत्री ने सुझाव दिया था कि मुद्रा लोन की प्रक्रिया को और सरल बनाया जाए, जिसे खुद प्रधानमंत्री ने काफी सराहा था. उसी तरह एक कैबिनेट मंत्री ने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के लिए भारत को एक हब बनाने का भी सुझाव दिया. बैठक में मंत्री ने यह भी बात रखी कि फिलहाल हम आप निर्भरता की बात कर रहे हैं, मगर ज्यादातर मोबाइल कंपनियां चीन से मोबाइल के पार्ट्स बनाते हैं और सिर्फ इसकी असेंबलिंग ही भारत में हो पाती है तो क्यों न इस तरह के पार्ट्स बनाने की आत्मनिर्भरता बढ़ाई जाए.
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बता दें कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने हील ही में 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की थी. इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री खुद अपने मंत्रियों के साथ इससे संबंधित बैठक कर रहे हैं ताकि इस स्कीम में कोई कोताही या लापरवाही न बरती जाए और न ही कोई भ्रष्टाचार पनप पाए.