तिरुवनंतपुरम : केरल के कोच्चि में रविवार को दूसरे चरण में जैन कोरल कोव और गोल्डन कायालोरम अपार्टमेंट को जमींदोज कर दिया गया है. दोनों लक्जरी अपार्टमेंट परिसरों को विस्फोटकों से गिराया गया. दरअसल, ये इमारतें तटीय विनियमन क्षेत्र के मानदंडों का उल्लंघन करती थीं और इन्हें अवैध रूप से बनाया गया था.
इन इमारतों के गिराए जाने के साथ ही पिछले साल आए शीर्ष अदालत के आदेश का अनुपालन हो गया.
इमारत के 200 मीटर के दायरे के बाहर काफी संख्या में लोग अपने-अपने घरों की छतों और ऊंचाई वाले जगहों से इस दृश्य के गवाह बने. पुलिस और जिले के अधिकारी लगातार सतर्कता बनाए हुए थे.
आसपास के लोगों को वहां से हटा दिया गया था और किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इमारत ध्वस्त करने से पहले खाली कराई गई जगह पर सुबह आठ बजे से सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई थी.
जैन कोरल कोव को 11 बजे गिरा दिया गया. वहीं गोल्डेन कायालोरम को दोपहर दो बजे गिराया गया.
पढ़ें-स्वामी विवेकानंद जयंती विशेष : 'खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है'
जैन कोरल कोव को गिराने के लिए पहला सायरन पूर्वाह्न 10.30 बजे, दूसरा 10.55 और तीसरा 10.59 बजे बजाया गया.
इमारत को ध्वस्त करने के लिए 350 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया और नियंत्रित तरीके से इमारत को ध्वस्त किया गया. तीसरे सायरन की आवाज आते ही देखते ही देखते कंक्रीट की इमारत कुछ सेकेंड में ही भरभरा कर गिर गई और आसपास धुंए का गुबार छा गया.
एर्णाकुलम के जिलाधिकारी एस सुहास ने इमारत ध्वस्त होने के बाद नगर पुलिस आयुक्त विजय सखारे के साथ घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा, 'यह बहुत नियंत्रित तरीके से किया गया.झील में एक भी मलबा नहीं गिरा.'
पुलिस अधिकारी ने बताया, 'यह बहुत बड़ी सफलता है. ध्वस्त की गई इमारत के पास की कोई इमारत क्षतिग्रस्त नहीं हुई और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ तथा न ही किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचा.'
इससे पहले शनिवार को दो अन्य इमारतों को जमींदोज किया गया था. मुंबई स्थित एडिफिसीज इंजीनियरिंग ने दक्षिण अफ्रीका स्थित जेट डिमोलेशन कम्पनी के विशेषज्ञों की मदद से इन इमारतों को गिराया.