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भारत सहित SCO सदस्यों ने आतंकवाद की एक सुर में निंदा की

बिश्केक घोषणा-पत्र में भारत और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के अन्य सदस्य देशों ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की. इसके अलावा और क्या कुछ कहा गया घोषणा-पत्र में, पढे़ं पूरी खबर.

PM मोदी व SCO सदस्य
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Published : Jun 14, 2019, 11:29 PM IST

Updated : Jun 14, 2019, 11:44 PM IST

बिश्केक: भारत और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के अन्य सदस्य देशों ने आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा की. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद से मुकाबला करने में सहयोग बढ़ाने की भी अपील की.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (सौ. @MEAIndia)

जानिए क्या कहता है बिश्केक घोषणा-पत्र
SCO की राष्ट्राध्यक्ष परिषद के बिश्केक घोषणा-पत्र के मुताबिक, सदस्य देशों ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवादी एवं चरमपंथी कृत्यों को सही नहीं ठहराया जा सकता.

घोषणा-पत्र में कहा गया कि आतंकवाद, आतंकवादी एवं चरमपंथी विचारधारा का फैलाव, जनसंहार के हथियारों का प्रसार, हथियारों की होड़ जैसी चुनौतियां और सुरक्षा संबंधी खतरे सीमा पार प्रकृति के होते जा रहे हैं.

इसमें कहा गया कि इन पर वैश्विक समुदाय द्वारा विशेष ध्यान देने, बेहतर समन्वय और रचनात्मक सहयोग करने की जरूरत है. बिश्केक घोषणा-पत्र के मुताबिक, 'सदस्य राष्ट्र आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं.'

पढ़ें: भारत-किर्गिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों का किया खाका तैयार

घोषणा-पत्र में ये भी कहा गया, 'वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान करते हैं कि आतंकवाद से मुकाबले में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दें. इसमें संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका हो, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों को बगैर किसी राजनीतिकरण और दोहरे मानदंड को पूरी तरह लागू करेगा और ऐसा करते हुए सभी देशों की संप्रभुता एवं आजादी के प्रति आदर का भाव रखेगा.'

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एससीओ शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को हिस्सा लिया. एससीओ चीन की अगुवाई वाला आठ देशों का आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है. भारत और पाकिस्तान को इसमें 2017 में शामिल किया गया था. चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान एसीओ के अन्य सदस्य देश हैं.

सदस्य देशों ने वैश्विक समुदाय से यह अपील भी की है कि वे अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन (सीसीआईटी) पर आम राय बनाने की दिशा में काम करें.

बिश्केक: भारत और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के अन्य सदस्य देशों ने आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा की. साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद से मुकाबला करने में सहयोग बढ़ाने की भी अपील की.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (सौ. @MEAIndia)

जानिए क्या कहता है बिश्केक घोषणा-पत्र
SCO की राष्ट्राध्यक्ष परिषद के बिश्केक घोषणा-पत्र के मुताबिक, सदस्य देशों ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवादी एवं चरमपंथी कृत्यों को सही नहीं ठहराया जा सकता.

घोषणा-पत्र में कहा गया कि आतंकवाद, आतंकवादी एवं चरमपंथी विचारधारा का फैलाव, जनसंहार के हथियारों का प्रसार, हथियारों की होड़ जैसी चुनौतियां और सुरक्षा संबंधी खतरे सीमा पार प्रकृति के होते जा रहे हैं.

इसमें कहा गया कि इन पर वैश्विक समुदाय द्वारा विशेष ध्यान देने, बेहतर समन्वय और रचनात्मक सहयोग करने की जरूरत है. बिश्केक घोषणा-पत्र के मुताबिक, 'सदस्य राष्ट्र आतंकवाद के हर स्वरूप की निंदा करते हैं.'

पढ़ें: भारत-किर्गिस्तान ने द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए अगले पांच वर्षों का किया खाका तैयार

घोषणा-पत्र में ये भी कहा गया, 'वे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान करते हैं कि आतंकवाद से मुकाबले में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा दें. इसमें संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका हो, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों के अनुरूप संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित प्रस्तावों को बगैर किसी राजनीतिकरण और दोहरे मानदंड को पूरी तरह लागू करेगा और ऐसा करते हुए सभी देशों की संप्रभुता एवं आजादी के प्रति आदर का भाव रखेगा.'

बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एससीओ शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को हिस्सा लिया. एससीओ चीन की अगुवाई वाला आठ देशों का आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है. भारत और पाकिस्तान को इसमें 2017 में शामिल किया गया था. चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान एसीओ के अन्य सदस्य देश हैं.

सदस्य देशों ने वैश्विक समुदाय से यह अपील भी की है कि वे अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन (सीसीआईटी) पर आम राय बनाने की दिशा में काम करें.

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.BISHKEK FGN27
SCO-TERRORISM
India, SCO members unite to condemn terrorism in Bishkek Declaration
         Bishkek, Jun 14 (PTI) India and other members of the SCO Friday condemned terrorism in all its forms and manifestations, and called on the international community to promote cooperation in combatting the menace.
         According to the Bishkek Declaration of the Shanghai Cooperation Organisation's Heads of State Council, the member states stressed that acts of terrorism and extremism cannot be justified.
         Increasing challenges and security threats that are becoming cross-border in their nature like terrorism, spread of terrorist and extremist ideology including on the internet, returning foreign terrorists, proliferation of the weapons of mass destruction, the risk of an arms race among others need special attention, close coordination and constructive cooperation of the global community, it said.
         "The member states condemn terrorism in all its forms and manifestations.
         "They call on the international community to promote global cooperation in combatting terrorism with the central role of the UN by fully implementing corresponding UN Security Council resolutions and the UN Global Counter-Terrorism Strategy in compliance with the UN Charter and the principles of international law without politicisation and double standards and with respect for the sovereignty and independence of all countries," the declaration said.
         Prime Minister Narendra Modi on Friday attended the SCO Summit here. The SCO is a China-led 8-member economic and security bloc with India and Pakistan being admitted to the grouping in 2017. Other members of the grouping are China, Kazakhstan, Kyrgyzstan, Russia, Tajikistan and Uzbekistan.
         The SCO member states also urged the global community to work towards a consensus on adopting the Comprehensive Convention on International Terrorism (CCIT).
         Stressing that acts of terrorism and extremism cannot be justified, they believe it is important to take comprehensive measures to intensify efforts against terrorism and its ideology, as well as to determine and eliminate the factors and conditions that promote terrorism and extremism, it said.
         "They note that interfering in other countries' domestic affairs under the pretext of fighting terrorism and extremism as well as using terrorist, extremist and radical groups to achieve one's own mercenary ends is unacceptable," it said.
         The member states condemn the propaganda of the ideology of terrorism, extremism and religious intolerance, as well as manifestations of intolerance and discrimination based on religion or convictions in any form, the declaration said.
         It is a priority to step up the international community's joint efforts to counter the attempts to involve young people in the activities of terrorist, separatist and extremist groups and will continue to focus on preventing the spread of religious intolerance, xenophobia and racial discrimination, it said.
         In response to the threat of chemical and biological terrorism, the SCO members reaffirm and emphasise the need to launch multilateral talks at the Conference on Disarmament on an international convention to combat acts of chemical and biological terrorism.
         They are actively and persistently countering global terrorism, separatism and extremism, transnational organised crime, illegal trade in narcotic drugs, psychotropic substances and their precursors, as well as weapons, munitions and explosives, threats to biological and information security and illegal migration, it said.
         The members believe that one of the key factors of preserving and enhancing security and stability in the SCO space is a prompt settlement of the situation in Afghanistan, according to the declaration.
         They support the efforts of the government and people of Afghanistan aimed at restoring peace, economic development of the country, countering terrorism, extremism and drug crime, it said.
         The members will counter the use of information and communications technology to undermine political, economic and public security in the SCO countries, and curb propaganda of terrorism, separatism and extremism online, it said, adding that they emphasised on the need to expand international relations of the SCO Regional Anti-Terrorist Structure. PTI AKJ
CPS
06141733
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Last Updated : Jun 14, 2019, 11:44 PM IST
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