नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश अभय मोहन सपरे 27 अगस्त 2019 को सेवानिवृत्त हुए, इस मौके पर दिल्ली बार एसोसिएशन द्वारा उनके विदाई समारोह की सभा रखी गई.
न्यायाधीश अभय मोहन सपरेने 21 जनवरी, 1978 को अधिवक्ता के रूप में दाखिला लिया. उन्होने जबलपुर में मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय में सिविल, संवैधानिक और श्रम पक्षों पर अभ्यास किया.
उन्हें 25 अक्टूबर, 1999 को मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया. इसके बाद 24 अक्टूबर, 2001 को अभय मोहन सपरे मध्य प्रदेश के उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गए.
फिर उन्हे राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया जहां उन्होने 11 फरवरी, 2010 को प्रधान सीट जोधपुर में पदभार ग्रहण किया.
23 अप्रैल, 2012 को छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया और 23 अप्रैल, 2012 को मणिपुर के उच्च न्यायालय.
पढ़ें-'अटल, सुषमा, जेटली के बाद मोदी की बारी', भड़के केन्द्रीय मंत्री
अभय मोहन सपरे 23 मार्च, 2013 को मणिपुर के उच्च न्यायालय के पहले मुख्य न्यायाधीश बने.
19 अक्टूबर, 2013 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय में गुवाहाटी के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित किए गए .
अभय मोहन सपरे 13 अगस्त 2014 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश रूप में पदोन्नत किया गया था.