इंदौर : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा द्वारा वीर सावरकर को भारत रत्न के लिए नाम प्रस्तावित करने पर आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे सावरकर का नाम साजिशकर्ता के रूप में दर्ज किया गया था.
संवावदाता सम्मेलन में बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'सावरकर के जीवन के दो पहलू थे. पहला स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भागीदारी और अंग्रेजों से माफी मांगना. भाजपा को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनका नाम महात्मा गांधी की हत्या के पीछे एक साजिशकर्ता के रूप में दर्ज की गई थी.'
बता दें, कि महाराष्ट्र चुनाव के लिए भाजपा द्वारा जारी घोषणापत्र में भारत रत्न पुरस्कारों पर भी एक पृष्ठ है. इस पर भाजपा ने महात्मा ज्योतिराव फुले, सावित्रीबाई फुले और वीर सावरकर के नाम को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया है.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अकोला में अपनी चुनावी रैली में सावरकर की सराहना की और कहा था कि उनके विचार और मूल्यों के कारण ही राष्ट्र-निर्माण के मूल में राष्ट्रवाद है.
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प्रधानमंत्री के इस कथन के बारे में पूछे जाने पर कि 'कांग्रेस भाई-भतीजावाद के कारण अंतिम सांस ले रही है', सिंह ने कहा, 'भाई-भतीजावाद हर पार्टी में है. यह अब (क्रिकेट) नियंत्रण बोर्ड में भी आ गया है. उन्होंने यह पहली बार नहीं कहा है.'
दरअसल सिंह ने यह टिप्पणी गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के संदर्भ में की, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के आगामी सचिव बनने वाले हैं.