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मुख्यमंत्री ने दिया राम मंदिर उत्सव को लेकर हुई साम्प्रदायिक झड़प की जांच का आदेश

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Published : Aug 6, 2020, 11:28 PM IST

असम के मुख्यमंत्री सार्बानंद सोनोवाल ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के उत्सव को लेकर सोनितपुर जिले में दो समुदायों के बीच हुई झड़प की जांच राज्य के पुलिस महानिदेशक को सौंपी है.

मुख्यमंत्री ने दिया राम मंदिर उत्सव को लेकर हुई साम्प्रदायिक झड़प की जांच का आदेश
मुख्यमंत्री ने दिया राम मंदिर उत्सव को लेकर हुई साम्प्रदायिक झड़प की जांच का आदेश

गुवाहाटी/तेजपुर : असम के मुख्यमंत्री सार्बानंद सोनोवाल ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के उत्सव को लेकर सोनितपुर जिले में दो समुदायों के बीच हुई झड़प की जांच राज्य के पुलिस महानिदेशक को सौंपी है. वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है और जिले में सेना ने आज फ्लैग मार्च किया.

अधिकारियों ने बताया कि जिले के थेलामारा और ढेकियाजुली पुलिस थाना क्षेत्र में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.

गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये भूमिपूजन का उत्सव मनाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली थी, जिसके बाद दो समुदायों के बीच झड़प हो गयी. घटना भोरा सिंगोरी और गोरुदुबा गांवों में हुई है.

गुवाहाटी में पुलिस के एक कार्यक्रम में सोनोवाल ने कहा, 'डीजीपी को घटना की जांच करने के आदेश दिए गए हैं. इस दौरान, मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. हमें भाइयों की तरह रहना चाहिए.'

सोनितपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नुमल महाता ने बताया कि सेना के जवानों ने जिला प्रशासन के आग्रह पर थेलामारा पुलिस थाना क्षेत्र में पड़ने वाले इलाके में कल मध्यरात्रि में फ्लैग मार्च किया.

उन्होंने बताया, 'हमने दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. कल रात से किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.'

महाता ने बताया कि दोनों ही पक्षों के 10 लोग घायल हुए हैं. वहीं, बजरंग दल ने दावा किया है कि उसके कम से कम 12 कार्यकर्ता घायल हैं.

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह से इस तनावग्रस्त इलाके का दौरा करने और हालात का जायजा लेने के लिए कहा गया है. वह अभी रास्ते में हैं.

सोनितपुर के पुलिस अधीक्षक मुग्धज्योति देव महंता बुधवार शाम से ही घटनास्थल पर मौजूद हैं.

बाइक सवार कार्यकर्ता बेहद तेज आवाज में संगीत बजाते और नारे लगाते भोरा सिंगोरी मंदिर जा रहे थे, इसी दौरान झड़प हुई.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने तेज संगीत पर आपत्ति जताई और कोविड-19 महामारी के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी पर सवाल किए. इसके बाद झड़प हो गई.

अधिकारी ने बताया कि सोनितपुर जिले के उपायुक्त मानवेंद्र प्रताप सिंह जब घटना के कुछ देर बाद वहां पहुंचे तो उनके वाहन को भी नुकसान पहुंचाया गया.

सिंह ने बुधवार को कहा कि स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर हवा में गोलियां चलाईं. कई बाइक और अन्य वाहनों में आग लगाए जाने की घटना के बाद अतिरिक्त बल तैनात किए गए. कार्यकर्ताओं के पास जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी.

वहीं नलबारी जिले से मिली सूचना के अनुसार, कोविड-19 दिशा-निर्देशों के तहत धार्मिक जमावड़ों पर रोक के बावजूद यहां यज्ञ का आयोजन किया गया.

नलबारी उपायुक्त पुरबी कोनवार ने माना कि प्रशासन को पता था कि राम जन्मभूमि मंदिर की आधारशिला रखे जाने के उत्सव में यहा विष्णु यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया गया.

कांग्रेस से इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद जिले की पुलिस अधीक्षक अमनजीत कौर ने कहा कि अगर आयोजन के दौरान कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उल्लंघन हुआ है तो पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी.

पढ़ेंः 740 टन अमोनियम नाइट्रेट के बम पर बैठा है चेन्नई, सुरक्षा जांच शुरू

कोनवार ने बताया, 'हमने किसी को अनुमति नहीं दी. क्षेत्राधिकारी ने यज्ञ के आयोजन की मुझे मौखिक सूचना दी थी. मैंने निर्देश दिया कि सभी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए.'

सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.

गुवाहाटी/तेजपुर : असम के मुख्यमंत्री सार्बानंद सोनोवाल ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के उत्सव को लेकर सोनितपुर जिले में दो समुदायों के बीच हुई झड़प की जांच राज्य के पुलिस महानिदेशक को सौंपी है. वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है और जिले में सेना ने आज फ्लैग मार्च किया.

अधिकारियों ने बताया कि जिले के थेलामारा और ढेकियाजुली पुलिस थाना क्षेत्र में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.

गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये भूमिपूजन का उत्सव मनाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाली थी, जिसके बाद दो समुदायों के बीच झड़प हो गयी. घटना भोरा सिंगोरी और गोरुदुबा गांवों में हुई है.

गुवाहाटी में पुलिस के एक कार्यक्रम में सोनोवाल ने कहा, 'डीजीपी को घटना की जांच करने के आदेश दिए गए हैं. इस दौरान, मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. हमें भाइयों की तरह रहना चाहिए.'

सोनितपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नुमल महाता ने बताया कि सेना के जवानों ने जिला प्रशासन के आग्रह पर थेलामारा पुलिस थाना क्षेत्र में पड़ने वाले इलाके में कल मध्यरात्रि में फ्लैग मार्च किया.

उन्होंने बताया, 'हमने दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. कल रात से किसी भी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.'

महाता ने बताया कि दोनों ही पक्षों के 10 लोग घायल हुए हैं. वहीं, बजरंग दल ने दावा किया है कि उसके कम से कम 12 कार्यकर्ता घायल हैं.

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह से इस तनावग्रस्त इलाके का दौरा करने और हालात का जायजा लेने के लिए कहा गया है. वह अभी रास्ते में हैं.

सोनितपुर के पुलिस अधीक्षक मुग्धज्योति देव महंता बुधवार शाम से ही घटनास्थल पर मौजूद हैं.

बाइक सवार कार्यकर्ता बेहद तेज आवाज में संगीत बजाते और नारे लगाते भोरा सिंगोरी मंदिर जा रहे थे, इसी दौरान झड़प हुई.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने तेज संगीत पर आपत्ति जताई और कोविड-19 महामारी के दौरान इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी पर सवाल किए. इसके बाद झड़प हो गई.

अधिकारी ने बताया कि सोनितपुर जिले के उपायुक्त मानवेंद्र प्रताप सिंह जब घटना के कुछ देर बाद वहां पहुंचे तो उनके वाहन को भी नुकसान पहुंचाया गया.

सिंह ने बुधवार को कहा कि स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर हवा में गोलियां चलाईं. कई बाइक और अन्य वाहनों में आग लगाए जाने की घटना के बाद अतिरिक्त बल तैनात किए गए. कार्यकर्ताओं के पास जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी.

वहीं नलबारी जिले से मिली सूचना के अनुसार, कोविड-19 दिशा-निर्देशों के तहत धार्मिक जमावड़ों पर रोक के बावजूद यहां यज्ञ का आयोजन किया गया.

नलबारी उपायुक्त पुरबी कोनवार ने माना कि प्रशासन को पता था कि राम जन्मभूमि मंदिर की आधारशिला रखे जाने के उत्सव में यहा विष्णु यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया गया.

कांग्रेस से इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद जिले की पुलिस अधीक्षक अमनजीत कौर ने कहा कि अगर आयोजन के दौरान कोविड-19 दिशा-निर्देशों का उल्लंघन हुआ है तो पुलिस उस पर कार्रवाई करेगी.

पढ़ेंः 740 टन अमोनियम नाइट्रेट के बम पर बैठा है चेन्नई, सुरक्षा जांच शुरू

कोनवार ने बताया, 'हमने किसी को अनुमति नहीं दी. क्षेत्राधिकारी ने यज्ञ के आयोजन की मुझे मौखिक सूचना दी थी. मैंने निर्देश दिया कि सभी कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए.'

सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.

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