नई दिल्लीः तीन तलाक बिल पास होने के बाद नेताओं की बहस की गर्मागर्मी जारी है. जहां लोग इस बिल को सराह रहे हैं वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल इस बिल को चुनौती देने पर अड़े हैं. इसी सिलसिले में शिवसेना के नेता संजय राऊत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
बातचीत के दौरान राऊत ने कहा, यह एक ऐसा बिल था, जो किसी वोट बैंक की खातिर पास नहीं किया गया है.
मुस्लिम महिलाओं के सम्मान का मुद्दा
संजय राऊत ने कहा कि यह मुद्दा मुस्लिम महिलाओं के सम्मान से जुड़ा है. तीन तलाक मुस्लिम महिलाएं सालों से सहती आ रही थी.
उन्हें इससे अब छुटकारा मिल चुका है.
उन्नाव केस में पीड़िता का ऐक्सिडेंट जघन्य अपराध
शिवसेना नेता संजय राउत ने उन्नाव मामले में बोलते हुए कहा कि पीड़िता के परिवार और पीड़िता का एक्सीडेंट कराना जघन्य हत्याकांड है और इस पर कार्रवाई होनी चाहिए.
वॉक आउट करने वाली पार्टियों ने बिल पास कराने में की मदद
शिवसेना नेता संजय राउत ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि तीन तलाक में कहीं ना कहीं उन पार्टियों ने भी सीधे तौर पर इस बिल को पास कराने में मदद की है जिन पार्टियों ने सदन से वाकआउट किया.
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उन्होंने कहा यह बैल एक ऐसा बिल था जो महिलाओं की सामाजिक कुरीतियों से जुड़ा था और इस बिल को पास हो जाने के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है महिलाएं आजाद महसूस कर रही हैं
उन्होंने कहा कि पहले महिलाएं डर के साए में पूरी जिंदगी बिता दिया करती थी कि कब उनके शौहर को गुस्सा आ जाए और कब वह तीन तलाक कहकर उनसे छुटकारा ले ले.
लेकिन कहीं ना कहीं इन खौफ के साए में जी रही महिलाओं को नरेंद्र मोदी की सरकार ने न्याय दिलाया है.
उन्नाव मामले पर की टिप्पणी
संजय राऊत ने उन्नाव मामले की आलोचना करते हुए कहा यह एक जघन्य अपराध है दोषी चाहे जो भी हो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
उन्होंने कहा जांच चल रही है और मुझे लगता है जांच के बाद पार्टी भी अपने एमएलए के खिलाफ समुचित कार्रवाई करेगी.
अगर परिजन चाहे तो यह मामला सीबीआई को दिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए अपराध में सरकार को मामले पर इसकी जांच करानी चाहिए.