मुंबई : शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को सवाल किया कि क्या देश में कोरोना वायरस की महमारी के बीच बिहार में विधानसभा चुनाव कराना उचित है? राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महामारी की वजह से देश में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है, जो पहले कभी नहीं थी.
उन्होंने सवाल किया, 'क्या अब कोरोना वायरस की महमारी समाप्त हो गई है? क्या चुनाव कराने के लिए स्थिति ठीक है?'
ड्रग्स मामले पर राउत ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का काम ड्रग तस्करी को रोकना है, लेकिन यहां वह एक के बाद एक लोगों को बुला रहे हैं. किस क्षेत्र में, कोई लत नहीं है? कुछ को पैसे की लत है, तो कुछ को अन्य लत हैं.
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी. इसके मुताबिक, राज्य में तीन चरण- 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना 10 नवंबर को कराई जाएगी.
राउत ने कहा कि संसद से पारित कृषि विधेयकों का बिहार के चुनावों पर असर नहीं होगा, क्योंकि राज्य में 'केवल जाति और धर्म के आधार पर मतदान होगा.'
बिहार चुनाव में सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मुद्दा बनने के सवाल पर शिवसेना सांसद ने कहा, 'सरकार के पास विकास या सुशासन के बारे में बोलने के लिए कुछ नहीं है.'
उन्होंने कहा, 'सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की सीबीआई जांच का क्या हुआ? बिहार के पुलिस महानिदेशक ने इस्तीफा दे दिया और अब विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं.'
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गौरतलब है कि बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय, सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की सीबीआई जांच करने की मांग के बाद से ही विपक्षी पार्टियों के निशाने पर हैं. पांडेय ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है, जिससे उनके चुनाव में उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं.