नई दिल्लीः समझौता एक्सप्रेस 43 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंच गई है. आज सुबह 1 बजकर 30 मिनट पर यह ट्रेन अटारी रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली के लिए चली थी.
बता दें कि ट्रेन में 76 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिकों को मिलाकर कुल 117 यात्री यात्रा कर रहे थे. हालांकि कुछ यात्री रास्ते में उतरकर अन्य मार्ग से अपने-अपने घरों के लिए निकल पड़े. इसलिए दिल्ली तक केवल 84 यात्री ही पहुंचे.
बता दें कि बीते दिन गाड़ी की सेवाएं खत्म करने के पाकिस्तान के ऐलान के बाद भारत की और से इंजन भेज गाड़ी को वाघा बॉर्डर से बुलवाया गया था. यही गाड़ी 4:30 घंटे की देरी से शुक्रवार को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची. इस दौरान अपने परिजनों का इंतजार कर रहे लोग भावुक हो गए. उन्होंने यहां कहा कि वो चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच शांति बनी रहे.
अटारी से चलकर दिल्ली तक आने वाली गाड़ी संख्या 14002 समझौता लिंक एक्सप्रेस को सुबह 3 बजकर 35 मिनट पर पुरानी दिल्ली पहुंचना था लेकिन ये गाड़ी अटारी से ही 5 घंटे की देरी से चली थी.
आखिरकार सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर ये पुरानी दिल्ली के प्लेटफार्म नंबर 1 पर पहुंची. इसमें कुल 84 यात्री सवार थे जिसमें 43 भारतीय जबकि 41 पाकिस्तानी शामिल थे. गौर करने वाली बात है कि पाकिस्तान से आने वाली गाड़ी में कुल 117 लोग थे लेकिन अटारी के बाद कुछ लोगों ने सड़क का रास्ता अपनाकर आने घर जाना ठीक समझा.
परिजनों से मिलकर हुई खुशी
ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचते ही यहां लोगों की आंखे अपने परिजनों की खोज में गाड़ी की खिड़कियों और दरवाजों को निहार रहीं थी. अपने प्रियजनों की सलामती सभी चाहते थे. मिलने पर किसी ने गले लगकर उनका स्वागत किया तो किसी के आंसू ही इंतजार और चिंता के घंटों की कहानी कह गए. भारत की अश्रा खान की शादी पाकिस्तान के कराची में हुई थी.
अश्रा के परिजन यहां दिल्ली में ही रहते हैं. 5 साल के बाद अश्रा दिल्ली आ रही थीं तो उन्हें नहीं पता था कि वो दिल्ली पहुंच भी पाएंगी या नहीं. अपने अनुभव को साझा करते हुए अश्रा कहती हैं कि कराची से निकलते वक्त उन्हें कुछ नहीं पता था.
ट्रेन में बैठने तक भी लोग इसके विषय में बात तो कर रहे थे लेकिन सबको आशंका थी कि कुछ दिन बाद इस गाड़ी को रोक दिया जाएगा. वाघा बॉर्डर पहुंचने पर ही जब पता चला कि इंजन पाकिस्तान से नहीं बल्कि भारत से लगेगा तो सबकी सांसे अटक गईं.
अश्रा कहती हैं कि दोनों देशों के बीच रिश्ता बना रहना चाहिए. पाकिस्तानी नागरिक ताराचंद भारत में पिछले कई सालों से व्यापार करते हैं.
गुरुवार को पाकिस्तान से आने वाली गाड़ी में वो भी सवार थे. ताराचंद कहते हैं कि पहले तो उन्हें पता ही नहीं चला कि क्या हुआ है. बाद में लोगों ने कुछ-कुछ बताया. वो 3 घंटे तक वाघा पर ही फंसे रहे और उसके बाद ही गाड़ी चल पाई. ताराचंद कहते हैं कि दोनों देशों के रिश्ते सुधरने चाहिए. साथ ही सभी को भाईचारे से रहना चाहिए.
गुरुवार को पाकिस्तान की ओर से समझौता एक्सप्रेस रद्द कर दिया गया था और ट्रेन को अटारी रेलवे स्टेशन पर छोड़कर पाकिस्तानी ड्राइवर और गाइड अपने देश वापस लौट गए थे. इसके बाद देर रात 1.30 बजे भारतीय ड्राइवर और गाइड ट्रेन को अटारी रेलवे स्टेशन से लेकर रवाना हुए थे. सुबह-सुबह समझौता एक्सप्रेस पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई है.
पाकिस्तानी रेल मंत्री ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था कि समझौता एक्सप्रेस को हमेशा के लिए बंद किया जाता है. जिन्होंने इसके लिए पहले से टिकट खरीद लिए हैं, बिना कोई चार्ज काटे रिफंड लौटा दिया जाएगा.
समझौता एक्सप्रेस से कुल 117 यात्री यात्रा कर रहे था.. इनमें 76 भारतीय और 41 पाकिस्तानी नागरिक शामिल हैं. बता दें कि अटारी के बाद कुछ यात्री सड़क मार्ग से अपने घरों के लिए निकल पड़े थे इसलिए दिल्ली तक केवल 84 लोगों ने ही यात्रा किया.
वाघा सीमा पर समझौता एक्सप्रेस को सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए रोक दिया था. इसके बाद ट्रेन को अटारी के लिए बढ़ा दिया गया था.
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