मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही उठापटक के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि पवार से महाराष्ट्र की राजनीति पर चर्चा हुई.
राउत ने पवार के दक्षिणी मुंबई स्थित आवास पर उनसे मुलाकात की. मुलाकात के बाद राउत ने कहा कि वे शरद पवार को दिवाली की शुभकामनाएं देने गए थे. इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा हुई.
इस मुलाकात के बाद राज्य में सरकार बनाने के एक नये विकल्प को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.
विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के दिन 24 अक्तूबर को भी राउत ने पवार से मुलाकात की थी किंतु शिवसेना सांसद ने इस 'निजी' मुलाकात करार दिया था.
भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री को लेकर रस्साकशी काफी तेज हो गयी है. भाजपा 105 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.
शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत 145 है.
हाल में हुए विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं.
बता दें, महाराष्ट्र चुनाव नतीजों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ है. शिवसेना 50-50 के फार्मूले पर सरकार बनाने की मांग कर रही है. वहीं, भाजपा विधायक दल के नेता और सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व में पांच साल सरकार चलेगी. इसके विपरीत शिवसेना सरकार के गठन के लिए अपनी मांगों पर अड़ी हुई है और सख्त रुख अपनाया हुआ है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे यह दावा करते आये हैं कि 2019 के चुनाव से पहले उनके, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और भाजपा प्रमुख अमित शाह के बीच हुई बैठक में एक फार्मूले पर सहमति बनी थी. इसके तहत तय हुआ था कि मुख्यमंत्री पद बारी बारी से दोनों पार्टियों को दिया जाएगा.
बहरहाल, भाजपा ने ऐसे किसी भी फार्मूले से स्पष्ट तौर पर मना किया है. पार्टी इस बात पर शुरू से बल देती आ रही है कि अगले पांच वर्ष तक फडणवीस ही मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे.
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इससे पहले शिवसेना विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें एकनाथ शिंदे को नेता चुना गया. इसके बाद शिवसेना नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की.