जयपुर : लंबे अंतराल के बाद सचिन पायलट ने मंगलवार को जयपुर में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सोमवार को हमारी मुलाकात राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से हुई थी. एक अच्छे वातावरण में निर्णायक चर्चा हुई. इस दौरान दिल्ली में विधायकों के साथ केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं के साथ बात हुई.
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुझे नोटिस मिला था एसओजी के माध्यम से, इसके अलावा हम लोगों को लगा जो देशद्रोह का चार्ज लगा है, वो न्याय उचित नहीं है. इस दौरान एसीबी, एसओजी समेत और भी जो घटनाक्रम पिछले 1 साल तक रहा उसे लेकर हम दिल्ली गए. पायलट ने कहा कि निलंबन, पुलिस केस समेत तमाम घटनाक्रम जो हुए वो सकारात्मक नहीं थे.
हम लोगों ने पहले दिन दिल्ली में जाकर कहा था कि हम अपने इश्यू पार्टी के अंदर रखना चाहते हैं. हम लोगों ने जो भी कदम उठाया वो पार्टी के खिलाफ नहीं था. सचिन पायलट ने कहा कि एक भी बयान हम लोगों ने ऐसा नहीं दिया जो पार्टी के खिलाफ हो.
प्रेस वार्ता के दौरान सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे लिए जिन शब्दों का प्रयोग हुआ, जिस शब्दावली का प्रयोग हुआ, वो उचित नहीं था. मैंने राजनीति में शालीनता रखते हुए कभी कोई शब्द नहीं बोला. उन्होंने कहा कि मेरे लिए जिन शब्द और शब्दावली का प्रयोग हुआ उससे मेरी भावना आहत हुई. लेकिन मैंने कोई भी ऐसा वैसा बयान नहीं दिया.
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि हमने राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी के सामने सारी चीजों को विधायक साथियों के साथ रखा. जिसे लेकर AICC की तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. पायलट ने कहा कि नेता हो, कार्यकर्ता हो बात सुनी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि 5 साल तक कार्यकर्ताओं ने मेहनत कर सरकार बनाई है.
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पायलट ने कहा कि पार्टी को लेकर सवाल उठाना कहां का राष्ट्रदोह है. मैं 6 साल से अधिक समय तक पार्टी का अध्यक्ष रहा, उस दौरान हमने संघर्ष किया. जिन लोगों ने उस दौरान संघर्ष किया उनके सम्मान की रक्षा करना मेरा काम है. इस दौरान अब तक के सियासी घटनाक्रम को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि हमें लेकर कई अटकलें लगाई गई. हमारे खिलाफ कई तरह का वातावरण बनाने की कोशिश की गई. लेकिन एक महीने पहले ही मैंने कहा था कि 'सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन पराजित नहीं'.
प्रेस वार्ता में पायलट ने कहा कि मैंने पार्टी के किसी पद की मांग नहीं की, मैंने अवाज उठाने वाले विधायकों के खिलाफ कोई द्वेष भावना की कार्रवाई नहीं होने की बात कही. उन्होंने कहा कि मेरा सब नेताओं के साथ संबंध अच्छा था, है और रहेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान की मिट्टी के साथ मेरा रिश्ता अटूट रहेगा और जनता के वादों को पूरा करने की पूरी कोशिश रहेगी.