नई दिल्ली : रूसी उप प्रधानमंत्री यूरी ट्रुटनेव की इस माह के अंत में प्रस्तावित भारत यात्रा कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए रद कर दी गई है. रूसी राजनयिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
रूस से सुदूर पूर्व व आर्कटिक क्षेत्रों को विकसित करने में भारत की भागीदारी पर चर्चा करने के लिए रूसी उप प्रधानमंत्री के इस माह के अंत में एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ नई दिल्ली दौरे पर आने की उम्मीद थी.
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के साथ कई प्रमुख व्यापारिक और राजनीतिक बैठकों के आयोजन की उम्मीद थी.
हालांकि, कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए यह यात्रा रद कर दी गई है.
गौरतलब है कि भारत और रूस ने रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र से भारत द्वारा कच्चे तेल के दीर्घकालिक आयात के लिए एक महत्वाकांक्षी समझौते के व्यापक स्वरूप को अंतिम रूप दिया है.
समझा जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्षिक शिखर वार्ता के लिए अक्टूबर में प्रस्तावित रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यात्रा के दौरान दोनों देश इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे.
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वर्तमान में भारत और रूस के बीच 11 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है. दोनों देशों ने इसे वर्ष 2025 तक 30 अरब अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है.
गौरतलब है कि भारत और रूस के संबंध बड़े पैमाने पर रक्षा और असैन्य परमाणु ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग पर आधारित हैं. लेकिन पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने तेल और गैस क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है.