ETV Bharat / bharat

अगले सप्ताह आ जाएगी कोरोना की पहली वैक्सीन, रूस का दावा

कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर रूस ने बड़ा दावा किया है. रूस ने कहा है कि कोरोना की वैक्सीन 10 से 12 अगस्त तक लॉन्च कर दी जाएगी. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

10 से 12 अगस्त तक आ सकती है कोरोना की पहली वैक्सीन
10 से 12 अगस्त तक आ सकती है कोरोना की पहली वैक्सीन
author img

By

Published : Aug 7, 2020, 4:53 PM IST

Updated : Aug 7, 2020, 6:06 PM IST

मॉस्को : कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर रूस ने बड़ा दावा किया है. रूस ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना की वैक्सीन 10 से 12 अगस्त तक लॉन्च कर दी जाएगी. यह दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन होगी.

स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा कि 'जोखिम समूहों' के सदस्यों, जैसे चिकित्सीय पेशेवरों को इस महीने टीका लगाया जा सकता है. इसका पूरा खर्च सरकार उठाएगी.

उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वे तीसरे चरण के अध्ययन का हिस्सा होंगे जिसे टीके को 'सशर्त मंजूरी' मिलने के बाद पूरा किया जाना है.

मॉस्को स्पूतनिक (धरती का पहला कृत्रिम उपग्रह) की तरह प्रचारित जीत हासिल करने की सोच रहा है जो विश्व के पहले उपग्रह के 1957 में सोवियत संघ के प्रक्षेपण की याद दिलाए.

उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा ने सितंबर में 'औद्योगिक उत्पादन' शुरू करने का वादा किया और मुराशको ने कहा है कि सामूहिक स्तर पर टीकाकरण अक्टूबर में शुरू होगा.

दुनिया के कई देश कोरोना वायरस की वैक्सीन का परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बन पाई है. अगर रूस का यह दावा सच साबित होता है तो यह दुनिया की पहली वैक्सीन होगी.

लेकिन प्रायोगिक कोविड-19 टीकों का कुछ लोगों पर पहला मानवीय परीक्षण करीब दो महीने शुरू हुआ था और टीका बनाने की वैश्विक प्रक्रिया में रूस के दावे को समर्थन देने केलिए अब तक कोई वैज्ञानिक साक्ष्य प्रकाशित नहीं हुए हैं. इससे अब तक यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसे इस प्रयास में सबसे आगे क्यों माना जाएगा.

इस प्रयास को प्रायोजित करने वाले, रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रमुख, किरिल डिमित्रीव के मुताबिक, गामालेया अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित टीके को कुछ दिनों में स्वीकृति दे जाएगी और यह वैज्ञानिकों द्वारा तीसरे चरण का अध्ययन पूरा करने से पहले होगा.

यह भी पढ़ें- रूस ने किया कोरोना वैक्सीन का सफल परीक्षण

अंतिम चरण का अध्ययन एकमात्र तरीका है जिससे यह साबित हो सकता है कि कोई प्रायोगिक टीका सुरक्षित और असरदायक है. इस चरण में लाखों लोगों पर परीक्षण किया जाता है.

अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डॉ एंथनी फाउची ने इस त्वरित दृष्टिकोण पर पिछले हफ्ते सवाल उठाए थे.

मॉस्को : कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर रूस ने बड़ा दावा किया है. रूस ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना की वैक्सीन 10 से 12 अगस्त तक लॉन्च कर दी जाएगी. यह दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन होगी.

स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा कि 'जोखिम समूहों' के सदस्यों, जैसे चिकित्सीय पेशेवरों को इस महीने टीका लगाया जा सकता है. इसका पूरा खर्च सरकार उठाएगी.

उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वे तीसरे चरण के अध्ययन का हिस्सा होंगे जिसे टीके को 'सशर्त मंजूरी' मिलने के बाद पूरा किया जाना है.

मॉस्को स्पूतनिक (धरती का पहला कृत्रिम उपग्रह) की तरह प्रचारित जीत हासिल करने की सोच रहा है जो विश्व के पहले उपग्रह के 1957 में सोवियत संघ के प्रक्षेपण की याद दिलाए.

उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा ने सितंबर में 'औद्योगिक उत्पादन' शुरू करने का वादा किया और मुराशको ने कहा है कि सामूहिक स्तर पर टीकाकरण अक्टूबर में शुरू होगा.

दुनिया के कई देश कोरोना वायरस की वैक्सीन का परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बन पाई है. अगर रूस का यह दावा सच साबित होता है तो यह दुनिया की पहली वैक्सीन होगी.

लेकिन प्रायोगिक कोविड-19 टीकों का कुछ लोगों पर पहला मानवीय परीक्षण करीब दो महीने शुरू हुआ था और टीका बनाने की वैश्विक प्रक्रिया में रूस के दावे को समर्थन देने केलिए अब तक कोई वैज्ञानिक साक्ष्य प्रकाशित नहीं हुए हैं. इससे अब तक यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि उसे इस प्रयास में सबसे आगे क्यों माना जाएगा.

इस प्रयास को प्रायोजित करने वाले, रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष के प्रमुख, किरिल डिमित्रीव के मुताबिक, गामालेया अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित टीके को कुछ दिनों में स्वीकृति दे जाएगी और यह वैज्ञानिकों द्वारा तीसरे चरण का अध्ययन पूरा करने से पहले होगा.

यह भी पढ़ें- रूस ने किया कोरोना वैक्सीन का सफल परीक्षण

अंतिम चरण का अध्ययन एकमात्र तरीका है जिससे यह साबित हो सकता है कि कोई प्रायोगिक टीका सुरक्षित और असरदायक है. इस चरण में लाखों लोगों पर परीक्षण किया जाता है.

अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ, डॉ एंथनी फाउची ने इस त्वरित दृष्टिकोण पर पिछले हफ्ते सवाल उठाए थे.

Last Updated : Aug 7, 2020, 6:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.