नई दिल्ली: बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गांव और गांवों के विकास के लिए बेहद जोर दिया. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि भारत की आत्मा गांवों में रहती है. हमारे सभी प्रयासों के मूल में अंत्योदय का भाव है.
- एस्पायर योजना के तहत 80 आजीविका कारोबार इन्क्यूबेटर और 2० टेक्नोलॉजी इन्क्यूबेटर स्थापित किये जाएगें जिनसे कृषि- ग्रामीण क्षेत्र में 75 हजार नये कारोबारी बनेंगे.
- 2022 तक हमने सभी के लिए आवास का लक्ष्य रखा है.
- 2019-20 से 2022 तक 1.95 करोड़ मकानों का निर्माण किया जाएगा.
- टॉयलेट, बिजली और रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे.
- प्रति मकान निर्माण का लक्ष्य 314 की जगह 114 दिन किया गया है.
- 97% लोगों को हर मौसम में सड़क मिलेगी.
- अगले 5 साल में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 1.25 लाख किमी सड़कों निर्माण होगा.
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के लिए 80250 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
- 2022 तक हर घर में बिजली और घरेलू गैस पहुंच जाएगी.
- वित्त मंत्री ने कहा- जीरो बजट खेती पर जोर दिया जाएगा.
- 35 करोड़ एलईडी बल्ब उजाला योजना के तहत बांटे गए. इससे करीब 18 हजार 341 करोड़ रु. की बचत हुई.
- 26 लाख घरों का निर्माण पूरा हो चुका है.
- 24 लाख लोगों को घर दिया जा चुका है.
- हमारा लक्ष्य 2022 तक हर किसी को घर देने का है.
- 2014 के बाद 9.6 करोड़ शौचालय का निर्माण किया गया.
- 5.6 लाख गांव आज देश में खुले से शौच से मुक्त हो गए हैं.
- स्वच्छ भारत मिशन के विस्तार के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
- 2 करोड़ लोगों को डिजिटल रूप से साक्षर बनाया गया.
- ग्रामीण-शहरी अंतर को पाटने के लिए डिजिटल क्षेत्र को बढ़ावा दिया गया.