अमरावती : आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के गुम्मनुरु को गांव में जुआ और अवैध शराब की सूचना मिलने पर सादा कपड़ों में पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की.
पुलिसवालों ने ग्रामीणों को बताया वह पुलिसकर्मी हैं, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें नहीं छोड़ा. पुलिस का कहना है कि आरोपी सत्ताधारी पार्टी YCP के सदस्य हैं.
बता दें कि यह गांव आंध्र प्रदेश के श्रम मंत्री गुम्मनुरु जयराम का गृह नगर है. वहीं, घटना को लेकर जयराम ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए घटना में शामिल होने से इंकार किया है.
इस मामले में पुलिस ने 32 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि 5 लाख 34,000 रुपये के कार्ड और शराब, 35 कार, 6 मोटर वाहन भी जब्त हैं. आगे की जानकारी का खुलासा पुलिस जांच के बाद ही करेगी.
पुलिस का कहना है कि अवैध गतिविधियों की सूचना मिलने पर एनफोर्समेन्ट ब्यूरो( EB) की 3 टीमें गुम्मनुरु के गांव पहुंची, लेकिन उन पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया.
जब अन्य टीमें पहुंची तो आरोपी भाग खड़े हुए. आरोपियों की पहचान सत्ताधारी पार्टी वाईसीपी के चिपगिरी के संयोजक नारायण, वाईसीपी एमपीटीसी एसआरआईडीएचएआर, उनके बेटे अजय के रूप में की गई. जुआघर में पुलिस के पहुंचने से पहले ही कुछ जुआरी भाग गए.
पढ़ें - बीपीआरडी ने 15,000 से अधिक यौन उत्पीड़न सबूत संग्रह किट वितरित किए
जयराम ने कहा कि उनका घटना से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने मामले में खुलासा करने के लिए पुलिस के प्रयासों की सराहना की और पुलिस को आरोपियों को दंडित करने के लिए भी कहा.