पटना : बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में गुप्तेश्वर पांडेय का अंदाज और एक्शन देखने लायक है. उनके वीआरएस लेने के एक दिन बाद ही यह वीडियो सामने आया है. गाने में गुप्तेश्वर पांडेय का जिक्र बिहार के रॉबिनहुड के रूप में किया गया है. गाने में गुप्तेश्वर पांडेय को जनता का हीरो बताया गया है. साथ ही उनके काम की भी जमकर तारीफ की गई हैं.
विपक्ष का सरकार आरोप
वीडियो वायरल होने को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गई है. आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है. वह वर्दी का अपमान है. सरकार की कलई खुल गई कि सरकार के पुलिस प्रशासन के पूर्व मुखिया खुद को बिहार का रॉबिनहुड बताने वाला वीडियो बनवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार तक पहुंच होने की वजह से ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है. सरकार को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए.
वीडियो से लेना देना नहीं- पूर्व डीजीपी
वहीं, भाजपा प्रवक्ता अजफर शमशी ने कहा कि पुलिस मैनुअल हमें ज्यादा जानकारी नहीं है. लेकिन नियम के अनुसार कोई कुछ करता है तो उसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.
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गौरतलब है कि अब सवाल यह उठता है कि क्या गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद अपने आर्थिक फायदे के लिए यह वीडियो शूट करवाया है. मीडिया से बातचीत के दौरान गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद बताया था कि बिग बॉस के दीपक ठाकुर ने यह वीडियो बनाया है, मेरा इस वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है.
'वीडिया बनाने का मकसद अर्थिक लाभ लेना नहीं होना चाहिए'
इस संबंध में पूर्व डीजी एसके भारद्वाज ने बताया कि पुलिस की वर्दी में अगर कोई आर्थिक लाभ की वजह से वीडियो बनाता है तो इसमें बुराई हो सकती है. नहीं तो इसमें कोई हर्ज नहीं है. पुलिस मैनुअल के अनुसार, समाज हित के लिए वर्दी में कोई भी वीडियो बना कर डाला जा सकता है.
वहीं, पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने बताया कि कोई ऐसा वीडियो जो समाज में अच्छा संदेश देता है, चाहे वह सिपाही हो या डीजीपी, वर्दी में वीडियो बना सकता है. लेकिन इसका मकसद आर्थिक लाभ लेना नहीं होना चाहिए.